देवब्रत
गया नगर निगम के जनप्रतिनिधियों के साथ गया शहर के चतुर्दिक विकास को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें पर्यटन आधारित तैयार किए जा रहे मास्टर प्लान पर जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने सुझाव दिए। इस संबंध में गया नगर निगम के सशक्त स्थायी समिति के सदस्य रह चुके पूर्व वार्ड पार्षद डॉ विनोद कुमार मंडल ने कहा कि रामशिला-प्रेतशिला सड़क मार्ग का चौड़ीकरण निहायत ही जरूरी हो गया है।
डोभी-पटना फोरलेन के कारण इस सड़क पर बढ़ गया दबाव
श्री मंडल ने कहा कि डोभी-पटना फोरलेन के बन जाने से रामशिला-प्रेतशिला मार्ग पर वाहनों का दवाब अधिक बढ़ गया है। फोरलेन से होकर चलने वाले मालवाहक वाहनों के साथ साथ बड़ी छोटी बसें और चारपहिया वाहन सवार लोग रामशिला-प्रेतशिला सड़क मार्ग का उपयोग करते हैं। वहीं शहरीकरण भी तेजी से नगर प्रखंड के हब्बीपुर, दाराचक, चौराही, बतसपुर, अगरैली, नेयाजीपुर, कोरमा, प्रेतशिला, बलना, शहवाजपुर, चन्ना, चमण्डी आदि गांवों में बढ़ रहा है।
पर्यटन व पितृपक्ष के मद्देनजर डीएम व नगर आयुक्त का ध्यानाकृष्ट कराया
श्री मंडल ने जिला पदाधिकारी एवं नगर आयुक्त का ध्यान आकृष्ट किया है कि प्रेतशिला में रोपवे का काम चल रहा है। पर्यटन के दृष्टिकोण से आने वाले समय में रामशिला-प्रेतशिला सड़क मार्ग का महत्व और बढ़ रहा है। ऐसे में श्री मंडल ने मास्टर प्लान में इस सड़क मार्ग के चौड़ीकरण और जगह-जगह पर यात्रियों व तीर्थयात्रियों के आराम करने के यात्री शेड के निर्माण की योजना को भी शामिल करने की मांग की है। श्री मंडल ने कहा है कि कुछ महीने बाद विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2025 भी शुरू होना है। ऐसे में रामशिला -प्रेतशिला सड़क मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य योजना तैयार कराते हुए इसके निर्माण की मांग की है।
आए दिन यहां होती है जाम की समस्या, मंत्री श्री मांझी से ओवरब्रिज बनवाने की मांग

फिलहाल देखने को मिल रहा है कि आम दिनों में भी इस मार्ग पर जाम की स्थिति बन जाती है। स्कूल बसों के अलावा एम्बुलेंस भी जाम में फंस जाते हैं।
श्री मंडल ने स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से गया-पटना रेलखंड के 63/B रेल समपार फाटक के पास आरओबी के निर्माण की मांग की है। श्री मंडल ने कहा कि इस रेलखंड पर ट्रेन के गुजरने के वक्त फाटक बंद किए जाते हैं तो जाम की समस्या और बढ़ जाती है। इसलिए उन्होंने यहां रामशिला-प्रेतशिला को जोड़ने वाले सड़क मार्ग पर आरओबी के बन जाने से जाम की समस्या भी दूर हो जाएगी और संभावित खतरे से भी लोग बचेंगे। उन्होंने बताया कि 8 मई को संपन्न हुई मीटिंग में मास्टर प्लान तैयार कर रही कंसल्टिंग एजेंसी आईपीई ग्लोबल की टीम भी शामिल थी। जिसके प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर अनुराग पांडेय, नवनीत राज और चंद्रिमा दत्त भी मुख्य रूप से सभी जनप्रतिनिधियों से शहर को बेहतर बनाने को लेकर सुझाव मांगे थे। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान में ट्रैफिक सिस्टम, टैफिक जाम की समस्या से निजात से जुड़ी अहम बातें भी रखी गई थी। ऐसे में इस सड़क मार्ग को भी सूची में शामिल किया जाना आवश्यक है।
आने वाले समय में गया शहर को एक नई पहचान मिलेगी और यह पर्यटन के साथ-साथ सुविधाओं के लिहाज से भी बेहतर शहर बनकर उभरेगा।
– पूर्व वार्ड पार्षद डॉ. विनोद कुमार मंडल