टिकारी संवाददाता: पिछले वर्ष अगस्त में टिकारी थाना क्षेत्र के हुडरही गांव से गिरफ्तार किए गए नक्सली शीर्ष नेता और पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा, अनिल यादव और नक्सली समर्थक विनोद मिश्रा के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बार फिर कार्रवाई की है। बुधवार को NIA की टीम ने टिकारी थाना क्षेत्र के तिताईगंज मोहल्ले में एक युवक से पूछताछ की, जिसका नाम एजेंसी के पास दर्ज मोबाइल नंबर से जुड़ा था। पूछताछ के दौरान युवक ने बताया कि यह नंबर उसके मित्र विकास द्वारा उपयोग किया जा रहा है। इसके बाद NIA की टीम ने तिताईगंज निवासी विकास से टिकारी थाना में घंटों पूछताछ की और जानकारी एकत्र की।
यह भी पढ़ें 👉 एनआईए ने बिहार में की छापेमारी, सीपीआई (माओवादी) के वरिष्ठ नेता बिहारी पासवान गिरफ्तार
दो जगहों पर छापेमारी, मोबाइल जब्त, पूछताछ के लिए समन
NIA द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गया जिले के दो स्थानों पर छापेमारी कर तलाशी ली गई। छानबीन के बाद NIA ने विकास का मोबाइल जब्त कर लिया और उसे आगामी चार सितंबर को पूछताछ के लिए NIA कार्यालय बुलाया गया है। इस छापेमारी के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
बेउर जेल में बंद हैं तीनों नक्सली नेता
गत वर्ष अगस्त में टिकारी थाना क्षेत्र के हुडरही गांव से सीपीआई (माओवादी) के प्रतिबंधित संगठन के तीन सदस्यों—प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा (पोलित ब्यूरो सदस्य), अनिल यादव उर्फ अंकुश (सब-जोनल कमेटी सदस्य), और विनोद मिश्रा (समर्थक) को गिरफ्तार किया गया था। तीनों फिलहाल पटना के बेउर जेल में बंद हैं। इन पर सीपीआई (माओवादी) संगठन को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने की साजिश में सक्रिय रूप से शामिल होने का आरोप है। यह भी आरोप है कि वे संगठन के लिए कैडरों की भर्ती और लेवी वसूली की प्रक्रिया में संलग्न थे। इस साल फरवरी में, NIA ने पटना की विशेष अदालत में प्रमोद मिश्रा और अनिल यादव के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।