देवब्रत मंडल
शनिवार को महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र बोधगया में एमएसएमई संवर्धन सह प्रशिक्षण का एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी को सचिव उद्योग विभाग द्वारा हरित पौधा देकर उनका हार्दिक स्वागत किया गया। साथ ही अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। इसके पश्चात निदेशक उद्योग विभाग द्वारा मंत्री उद्योग विभाग सह पर्यटन विभाग सह गया जिला के प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा को भी हरित पौधा एवं अंग वस्त्र देकर उनका स्वागत किया गया। इसके पश्चात मंत्री सहकारिता विभाग सह पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग डॉ० प्रेम कुमार को भी निदेशक उद्योग विभाग द्वारा पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्र प्रदान किया गया। इसके पश्चात मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एक दिवसीय कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन किया गया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सचिव उद्योग विभाग वंदना प्रेयसी ने कहा कि बिहार में पहली बार इतने भव्य रूप से उद्योग के संबंध में कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम में मौजूद सभी आंगुतक और निवेशकों का स्वागत है। उद्योग विभाग, उद्योग के क्षेत्र को बढ़ावा देने में काफी कार्य कर रहा है। इसके अलावा माइक्रो लेवल पर गांव स्तर पर लोगों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। भविष्य में उद्योग की क्रांति बिहार में आएगी। महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र के प्रांगण में विश्वकर्मा योजना के तहत टूलकिट का प्रदर्शनी भी तैयार किया गया है जिसे अनेकों लोगों ने देखा है और समझा है। विश्वकर्म योजना के तहत चयनित लोगों को विस्तार से ट्रेनिंग दी जाएगी। उसके पश्चात उन्हें टूलकिट उपलब्ध कराया जाएगा। माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर महिला उद्यमी एवं युवा उद्यमी पर काफी बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। इससे बिहार के आनेको युवाओं एवं महिलाओं को ऋण वितरण कर उन्हें रोजगार एवं अपना उद्योग लगाने में मदद करने का कार्य किया जा रहा है। भविष्य में बिहार को इंडस्ट्रियल हब बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
आयोजित एकदिवसीय कार्यशाला में अनेकों उद्यमियों को माननीय केंद्रीय मंत्री के हाथों से उन्हें उद्योग लगाने के लिए विभिन्न बैंकों का चेक वितरण किया गया, जिसमें मुख्य रूप से गया जिले के निखिल कुमार को 65 लख रुपए का चेक प्रदान किया गया, इसके अलावा गया जिले के कुंदन कुमार को एक करोड़ रुपए का चेक प्रदान किया गया है। इसी प्रकार गया, जहानाबाद, अरवल इत्यादि जिलों के उद्यमियों जो अपना रोजगार स्थापित करना चाहते हैं, उन्हें लाखों लाख रुपए का बैंक चेक ऋण उपलब्ध करवाया गया है। कार्यशाला को संबोधित करते हुए माननीय मंत्री पर्यटन विभाग सह उद्योग विभाग सह गया जिला के प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा ने बताया कि बिहार जॉब क्रिएटर राज्य बनने वाला है। बिहार के लोग ही दूसरे दूसरे लोगों को अब रोजगार देंगे।
जिससे हमारा भारत विकसित भारत बनेगा। एमएसएमई विभाग के तहत युवाओं को काफी रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार योजना का लक्ष्य पहले 5000 से बढ़कर 7000 किया गया है। बिहार सबसे बड़ा औद्योगिक केंद्र बनने वाला है। उन्होंने ये भी कहा कि गया के डोभी क्षेत्र में सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण होने जा रहा है। इंडस्ट्रियल सेंटर की स्थापना बड़े पैमाने पर की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह डोभी के इंडस्ट्रियल कॉरिडोर 10 राज्यों से निकलती है, इसमें 1600 एकड़ से ज्यादा भूमि चिन्हित है। इसे बनाने के लिए 28,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। साथ ही 10 लाख से 30 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि आज की यह कार्यशाला काफी महत्वपूर्ण है। गया जिले के साथ-साथ बिहार के सभी जिलों में उद्योग विभाग के तहत विभिन्न उद्योग से जोड़ने वाले लोगों को ऋण वितरण भी किया जा रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में सरकार की तारिफ करते हुए कि एमएसएमई के तहत काफी सस्ता ऋण उपलब्ध करवाया जाता है ताकि कम पैसे वाले व्यक्ति भी अपना खुद का रोजगार खड़ा कर सके। पहले की तुलना में 10 करोड़ की क्षमता को बढ़ाकर 22 करोड़ ऋण देने की क्षमता बढ़ाई गई है। उन्होंने सभी उद्यमियों को कहा कि उद्योग विभाग के तहत बैंक से मिलने वाले ऋण को अपने उद्योग को विस्तार करने पर खर्च करें, जिससे बिहार आगे बढ़ेगा, आपका समाज आगे बढ़ेगा। वहीं, उन्होंने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बिहार को धन्यवाद दिया कि उन्हें इस एमएसएमई विभाग में कार्य करने का उन्हें अवसर दिया गया और गरीब तबके के लोगों को भरपूर मदद पहुंचने की बात भी कही।
उन्होंने कहा कि गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर अब मालवाहक विमान भी उतरने की स्वीकृति प्राप्त हो गई है, जल्द ही मालवाहक विमान भी अब अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा गया पर उतरने लगेंगे। टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण गया ज़िले में करवाया जा रहा है इसकी स्वीकृति प्रदान की गई है, जल्द ही 15 से 20 एकड़ की जमीन चिन्हित कर बाउंड्री वॉल का काम कराते हुए टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण करवाया जाएगा। इसके अलावा बिहार में पहले मात्र एक एक्सटेंशन सेंटर पटना जिले में था, अब इसे बढ़ाकर 5 एक्सटेंशन सेंटर बनाने की स्वीकृति मिल गई है जो बिहार के अलग-अलग जिलों में बनाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बोधगया में अगरबत्ती बनाने के लिए क्लस्टर का निर्माण किया जाएगा। साथ ही मानपुर में बुनकर के लिए कपड़ा का क्लस्टर बनाया जाएगा। भविष्य में गया जिला में एक खादी मॉल का भी निर्माण करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा गया से डालटेनगंज एवं गया से मानपुर रसलपुर रेलवे लाइन बनाने पर भी बातचीत चल रही है। उन्होंने आश्वास्त कराया की अगले 10 वर्षों में गया जिला नोएडा का रूप ले लेगा। गया जिला वासियों को अब रोजगार के लिए कहीं दूसरे राज्य जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी अब दूसरे राज्य के लोग ही आकर के गया जिला में रोजगार करेंगे।