गया: बिहार आईएमए के अध्यक्ष और प्रतिष्ठित हार्ट स्पेशलिस्ट, डॉ. अभय नारायण राय, एक बेहद चौंकाने वाली साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं। ठगों ने उन्हें एक फर्जी क्रिमिनल केस में फंसाने की धमकी देकर पूरे 4 करोड़ 40 लाख रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए। यह घटना किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं लगती, जहां एक दिन में नहीं, बल्कि पूरे छह दिनों तक, डॉ. राय का दिमाग ठगों के चंगुल में फंसा रहा।
यह सब 29 जुलाई को शुरू हुआ, जब डॉ. राय के फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप हैं, और उनके नाम से एक फर्जी बैंक खाता मुंबई में खोला गया है। ठगों ने यह भी कहा कि अगर वे गिरफ्तार होने से बचना चाहते हैं, तो तुरंत अपने बैंक खाते से सारा पैसा एक दिए गए खाते में ट्रांसफर कर दें।
डॉ. राय, जो अपने दिल के मरीजों के इलाज के लिए जाने जाते हैं, खुद इस स्थिति में इतना घबरा गए कि उन्होंने ठगों की बातों पर विश्वास कर लिया। नतीजतन, उन्होंने 31 जुलाई से 5 अगस्त तक विभिन्न खातों में 4 करोड़ 40 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जब ठगों से संपर्क टूट गया और फोन नंबर बंद मिला, तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ। तुरंत ही उन्होंने गया साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई।
गया के एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। जांच के दौरान अब तक 61 लाख रुपये की राशि होल्ड कर दी गई है और उसे जल्द ही डॉ. राय को वापस दिलाने की प्रक्रिया चल रही है। ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।