✍️देवब्रत मंडल
स्मार्ट मीटर को लेकर जहां संसद भवन में सांसद इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं गया शहर के लोग स्मार्ट मीटर के खिलाफ गोलबंद हो रहे हैं। गया में सोमवार को विद्युत उप-महाप्रबंधक सह विद्युत अधीक्षण अभियंता, मगध विद्युत आपूर्ति क्षेत्र, गया के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया। धरना की अध्यक्षता रामजगन गिरि ने किया। धरना को संबोधित करते हुए भाकपा के वरिष्ठ नेता मसूद मंज़र ने कहा कि स्मार्ट मीटर के बिल से जनता त्राहि त्राहि कर रही है। मीटर लोगों के घर में जबर्दस्ती लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को धमकाया जा रहा है। उन्होंने अवैध वसूली की भी बात कही। उन्होंने कहा इस पर अविलंब रोक लगाई जाए, नहीं तो अभी धरना के माध्यम से केवल चेतावनी दी जा रही है।
आगे आंदोलन का रुख कुछ और होगा। सीताराम शर्मा ने कहा कि आम उपभोक्ता पर यह स्मार्ट मीटर जबरन थोपा जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम पॉवर से तिगुना बिल स्मार्ट मीटर से आ रहा है। जिसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाये। उन्होंने इसके बिलिंग की जांच कराने की मांग की। अमृत प्रसाद ने कहा कि गया शहर में विद्युत के लगाए गए अधिकतर पोल झुके हुए हैं। जिसे हटाकर दुसरा लगाया जाए। साथ ही जर्जर तार को बदल कर नया तार लगाए जाने, दलित, महादलित को मुफ्त में बिजली देने, सभी उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की मांग की।
धरना के उपरांत एक प्रतिनिधिमंडल कार्यपालक अभियंता प्रेम कुमार से मिला। जिनसे स्मार्ट मीटर नहीं लगाने, स्मार्ट मीटर के गलत बिलिंग की जाँच कराने, शहर के जर्जर तार के बदले जाने तथा जिन क्षेत्रों में पोल और केबल नहीं लगाया गया है वहां शीघ्र लगाने आदि की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि अधिकारी ने 15 दिनों का समय मांगा है। प्रतिनिधिमंडल में अमृत प्र।साद, नेहाल अहमद, वसीम, दिलीप कुमार मंडल, रामाशिष यादव, रामजगन गिरी, संजीत कुमार सिंह, विजय कुमार पान, कुमार जितेंद्र आदि शामिल थे। धरना को अखिलेश कुमार, यमुना यादव, रामेश्वर प्रजापति, कांग्रेस के शशि कान्त सिन्हा, विनोद कुमार विद्रोही, सुनील यादव, शहरुउद्दीन, संतोष कुमार, उदय यादव, अरुण कुमार वर्मा , शिवबच्चन शर्मा, हरिनंदन शर्मा, आदि लोगों ने भी संबोधित किया।