✍️देवब्रत मंडल
बांग्लादेश में जमायत-ए-इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों, नरसंहार, और महिलाओं के खिलाफ दुराचार के विरोध में अखंड भारत हिंदू रक्षा मंच ने एक जनाक्रोश मार्च का आयोजन किया। इस मार्च का उद्देश्य हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाना और विरोध प्रदर्शित करना था।
आजाद पार्क से गांधी मैदान तक निकले इस मार्च में बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने “बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर अत्याचार नहीं सहेंगे”, “जब जब हिंदू जागा, दुनिया का दुश्मन भागा” जैसे नारों के साथ अपनी आवाज उठाई। मार्च का मार्ग जीबी रोड, केदारनाथ मार्केट, तहसील, सिविल लाइन, और काशीनाथ मोड से होते हुए गांधी मैदान तक था।
अखंड भारत हिंदू रक्षा मंच के अध्यक्ष जगदीश श्याम दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ किए जा रहे अत्याचारों का कड़ा विरोध किया जाएगा और कट्टरपंथियों को एक चेतावनी दी गई। संयोजक रुपेश कुमार ने कहा कि “हिंदू जाग गया है और कट्टरपंथियों की अब खैर नहीं।”
इस मार्च में संरक्षण मंडल के सदस्य मुकेश कुमार अधिवक्ता, राजीव रंजन दास, नवीन वर्मा,अजय शर्मा, प्रमोद कुमार, मंजीत सिंह, राम बारीक, सुधीर कुमार, बहर्ती सेवा अभियान के सचिव महेश शर्मा एवं कोषाध्यक्ष संजय शर्मा प्रेम, प्रकाश चिंटू ,संचालन समिति के पंकज कुमार अधिवक्ता, कमल बारीक, संजय बरनवाल, भोला पटेल, सुभाष वर्मा, प्रमोद पाठक, मुकेश कुमार सिंह अधिवक्ता, राधिकांत शर्मा, वशिष्ठानंद महाराज जी, संत कुमार एवं महामंत्री आशीष पाठक, चंदन भदानी, बेगन विश्वकर्मा मंत्री रवि शंकर सिन्हा, दिवाकर कुमार, शशिकांत मिश्रा, विकास भदानी, अमित मोहन मिश्रा, अमरेंद्र शर्मा, मुन्ना बजरंगी, टिंकू गोस्वामी, सुरेश प्रसाद, बंटी वर्मा, मनीष कुमार एवं सोशल मीडिया रवि रंजन कुमार और छोटू बारीक कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार टोका विनय कुमार गुप्ता गोल्डी गायब एवं हजारों कोर कमेटी के लोग शामिल हुए।
यह मार्च न केवल एक विरोध प्रदर्शन था, बल्कि हिंदू समाज की एकता और जागरूकता का प्रतीक भी था, जो आगे चलकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक कदम है।