न्यूज डेस्क: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बिहार में एक नई पहल की गई है, जिसका नाम “निडर नारी सुरक्षा प्लान” रखा गया है। इस योजना के तहत, बिहार की महिलाएं अब डायल-112 पर कॉल करके अपनी यात्रा के दौरान GPS ट्रैकिंग की सुविधा प्राप्त कर सकेंगी। हरियाणा और तेलंगाना के बाद, बिहार ऐसा तीसरा राज्य बन गया है जिसने इस तरह की सुरक्षा योजना की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य महिलाओं को यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करना है।
किन जिलों में शुरू हुई है सेवा?
पटना, नालंदा, गया, भागलपुर, बेगूसराय और मुजफ्फरपुर जैसे प्रमुख जिलों में इस सेवा की शुरुआत हो चुकी है। 15 सितंबर से इसे पूरे राज्य में लागू करने की योजना है, ताकि राज्य की हर महिला को इस सुविधा का लाभ मिल सके। हरियाणा में यह सेवा 2023 से और तेलंगाना में 2024 से महिलाओं के लिए 24 घंटे नि:शुल्क उपलब्ध है। अब बिहार में भी इस मॉडल को अपनाया गया है, जिससे महिलाओं की सुरक्षा को और सशक्त बनाया जा सके।
कैसे काम करेगा “निडर नारी सुरक्षा प्लान”?
इस योजना के तहत, यदि कोई महिला यात्रा के दौरान असुरक्षित महसूस करती है या किसी भी प्रकार की मदद की आवश्यकता होती है, तो वह डायल-112 पर कॉल कर सकती है। कॉल करने के बाद, पुलिस उसकी GPS लोकेशन को ट्रैक करेगी और हर 10 मिनट पर महिला की सुरक्षा स्थिति की जानकारी के लिए कॉल करेगी। डायल-112 के एडीजी एन के आजाद के अनुसार, पुलिस तब तक सतर्क रहेगी जब तक कि महिला सुरक्षित स्थान पर नहीं पहुंच जाती।
हरियाणा और तेलंगाना के मॉडल से मिली सीख
डायल-112 के अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा और तेलंगाना में इस सेवा के सफल कार्यान्वयन से प्रेरणा लेकर बिहार में इसे और बेहतर तरीके से लागू किया जा रहा है। दोनों राज्यों में कॉल अटेंडिंग और रिस्पॉन्स की स्पीड को ध्यान में रखते हुए बिहार के लिए एक सुदृढ़ सुरक्षा योजना तैयार की गई है। बिहार में डायल-112 सेवा के तहत रोजाना करीब 6 हजार लोगों को मदद मिलती है, और “निडर नारी” योजना के बाद इस संख्या में 50 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।
बिहार में डायल-112 सेवा की अब तक की स्थिति
अधिकारियों के मुताबिक, बिहार में डायल-112 सेवा को शुरू हुए दो साल हो चुके हैं और इस दौरान 20 लाख से अधिक लोगों को सहायता पहुंचाई गई है। पिछले एक साल में 10 लाख से अधिक कॉल्स पर लगभग 90 प्रतिशत लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जबकि 5 से 10 प्रतिशत लोग लोकेशन या अन्य तकनीकी कारणों से संतुष्ट नहीं थे। इसी फीडबैक को ध्यान में रखते हुए “निडर नारी सुरक्षा प्लान” को डिजाइन किया गया है।
बिहार में महिला सुरक्षा के लिए बड़ा बदलाव
डायल-112 के अधिकारियों का दावा है कि इस नई प्रणाली से महिलाओं की सुरक्षा और निगरानी में बड़ा बदलाव आएगा। उनका मानना है कि महिलाओं की ट्रैकिंग और सुरक्षा के मामले में बिहार का मॉडल देश के अन्य राज्यों से अधिक प्रभावी होगा। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यह कदम एक बड़ा बदलाव लाएगा, जिससे महिलाओं को अपनी यात्रा के दौरान अधिक आत्मविश्वास और सुरक्षा का अनुभव होगा।
नए सिस्टम से महिलाओं की सुरक्षा में सुधार की उम्मीद
बिहार पुलिस का मानना है कि इस सेवा के माध्यम से राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ किया जा सकेगा। “निडर नारी सुरक्षा प्लान” न केवल महिलाओं के लिए बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे महिलाओं को हर समय सुरक्षित और निडर महसूस कराया जा सके।
बिहार की इस नई पहल से राज्य की महिलाओं को एक नई सुरक्षा कवच मिलने जा रहा है। उम्मीद है कि इस योजना से न केवल महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि अपराधियों में भी भय पैदा होगा, जिससे राज्य में अपराध दर को कम किया जा सकेगा।