देवब्रत मंडल
आजकल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अजीबोगरीब और सनसनीखेज वीडियो अपलोड करने का एक नया ट्रेंड चल पड़ा है। खुद को लोकप्रिय बनाने की इस होड़ में कई लोग ऐसी हरकतें कर बैठते हैं, जो उन्हें बड़ी मुसीबत में डाल देती हैं। ऐसी ही एक घटना में, सोशल मीडिया पर धमकी भरा वीडियो बनाने वाले रोहित खत्री को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और जीआरपी (जीआरपी) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। इस वीडियो में रोहित खत्री ने पिस्टल लहराते हुए चुनौती दी थी, “तुमलोग मारोगे रे क्या इंस्पेक्टर को ?”
चोरी के दो मोबाइल के साथ पकड़ा गया आरोपी
आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश ने बताया कि मंगलवार को आरपीएफ गया और जीआरपी गया की संयुक्त टीम ने प्लेटफार्म नंबर 1-बी के हावड़ा छोर के पास से एक व्यक्ति को भागते हुए पकड़ा। यह व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि धमकी भरा वीडियो बनाने वाला रोहित कुमार उर्फ रोहित खत्री था, जो गया शहर के कोतवाली क्षेत्र के मुरली हिल बैरागी छपरा कोठी का रहने वाला है। गिरफ्तार करते समय उसके पास से चोरी के दो मोबाइल फोन बरामद हुए, जिनकी कीमत लगभग ₹20,000 बताई गई है। मामले की जांच के बाद रोहित खत्री को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
2022 में वायरल हुआ था धमकी भरा वीडियो
प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश ने आगे बताया कि दिसंबर 2022 में “तुमलोग मारोगे रे क्या इंस्पेक्टर को ?” कहते हुए एक धमकी भरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो को लेकर आरपीएफ और जीआरपी ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की थी। पहले ही 9 अगस्त 2023 को इस वीडियो में शामिल एक अन्य आरोपी राहुल कुमार को पांच चोरी के मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया था। उस समय पांच अन्य अभियुक्त मौके से भागने में सफल हो गए थे, जिनमें रोहित खत्री भी शामिल था।
फरार अभियुक्तों में शामिल रोहित खत्री अब हिरासत में
पांच फरार अभियुक्तों में से एक रोहित खत्री की पहचान पहले ही हो चुकी थी, जब वह इंस्पेक्टर को धमकी देते हुए देसी कट्टा लहरा रहा था। मंगलवार को की गई गिरफ्तारी में उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस संगठित गिरोह ने रेल संपत्ति और यात्रियों से जुड़े अपराधों को अंजाम दिया है। आरपीएफ और जीआरपी द्वारा की गई निरोधात्मक और दंडात्मक कार्रवाइयों के तहत इस गिरोह के कई सदस्यों की गिरफ्तारी हो चुकी है और अब रोहित खत्री की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में एक महत्वपूर्ण कड़ी जुड़ गई है।
समाज में बढ़ते अपराधों पर कठोर कार्रवाई की मांग
इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि सोशल मीडिया पर सनसनीखेज वीडियो बनाने और उन्हें वायरल करने का जुनून किस हद तक खतरनाक हो सकता है। ऐसे मामलों में पुलिस की सतर्कता और ठोस कार्रवाई ही समाज में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।