देवब्रत मंडल
पितृपक्ष मेला 2024 के दौरान देश-विदेश से आने वाले लाखों तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने डीडीयू मंडल के डीआरएम राजेश कुमार गुप्ता और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह बैठक गया रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित की गई, जहां यात्रियों की भीड़ प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, और अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के उपायों पर चर्चा की गई।
दैनिक 80-90 हजार यात्रियों की उम्मीद, भीड़ नियंत्रण पर जोर
बैठक के दौरान रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी कि पितृपक्ष मेला के दौरान प्रतिदिन 80,000 से 90,000 यात्रियों के आने की संभावना है, जो वर्तमान में लगभग 40,000 से 50,000 है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए डीएम ने प्लेटफॉर्म पर फैली अनावश्यक सामग्रियों को हटाने का निर्देश दिया ताकि यात्रियों की आवाजाही में कोई रुकावट न हो और भगदड़ जैसी स्थिति से बचा जा सके।
भीड़ नियंत्रण और कुशल व्यवहार पर निर्देश
डीएम ने रेलवे प्रशासन को तीर्थयात्रियों के साथ कुशल व्यवहार बनाए रखने और भीड़ नियंत्रण के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने फुट ओवर ब्रिज पर पर्याप्त साइनेज और पुलिसकर्मियों की तैनाती का निर्देश दिया ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। प्लेटफार्मों को जोड़ने वाले पुल के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने और वेटिंग हॉल की मरम्मत करवाने पर भी जोर दिया गया।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था
डीएम ने पब्लिक एड्रेस सिस्टम को सुचारू रखने और ट्रेन की सभी जानकारी यात्रियों तक पहुंचाने के लिए कहा। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म पर एलईडी स्क्रीन पर ट्रेनों के आवागमन की जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए। वर्तमान में 66 हाई-रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन मेले के दौरान अतिरिक्त कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि सुरक्षा की दृष्टि से कोई चूक न हो।
अतिरिक्त किराया वसूलने पर होगी सख्त कार्रवाई
जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा की दरें निर्धारित कर उन्हें प्रदर्शित किया जाएं। यदि कोई चालक निर्धारित दर से अधिक किराया वसूलता है, तो उसके वाहन का परमिट रद्द कर दिया जाएगा।
साफ-सफाई और अन्य सुविधाओं की विशेष व्यवस्था
डीएम ने स्टेशन मैनेजर को स्टेशन परिसर के अंदर और बाहर साफ-सफाई, पेयजल, और शौचालयों की व्यवस्था पर खास ध्यान देने के निर्देश दिए। स्टेशन परिसर के बाहर अतिरिक्त मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था करने का भी आदेश दिया गया।
कंट्रोल रूम और मेडिकल टीम की तैनाती
गया रेलवे स्टेशन पर 24×7 कंट्रोल रूम की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें रेलवे के विभिन्न विभागों के अधिकारी और स्टेशन मैनेजर मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी 28 स्थानों पर जीआरपी जवानों की तैनाती की जाएगी। मेडिकल टीम और एंबुलेंस की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
इस बैठक के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि जिला प्रशासन और रेलवे प्रशासन मिलकर पितृपक्ष मेला 2024 के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए हर संभव सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।