देवब्रत मंडल
लोक आस्था का महापर्व छठ का शुभारंभ होते ही गया समेत पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल छा गया है। चारों ओर छठ मईया के गीतों की गूंज से वातावरण पवित्र हो उठा है। छठ व्रतियों ने बुधवार को खरना विधि पूरी की, जिसमें भगवान भास्कर और छठ मईया की उपासना की जाती है। खरना के बाद, व्रती अब निर्जला उपवास पर हैं और अगले दो दिन पूरी श्रद्धा के साथ इस पूजा को पूर्ण करेंगे।
गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती भगवान भास्कर की आराधना करेंगे, और शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर इस कठिन तप को पूर्ण करेंगे। इस अवसर पर शहर के हर कोने में उल्लास का माहौल है। खरना का प्रसाद ग्रहण करने के लिए लोग देर रात तक एक-दूसरे के घरों में आते-जाते दिखे, जिससे आपसी भाईचारे और प्रेम का संदेश भी फैल रहा है।
छठ पूजा में स्वच्छता और शुद्धता का विशेष महत्व होता है, जिसके चलते न सिर्फ घरों बल्कि गलियों और घाटों की भी विशेष सफाई की जा रही है। जिला और नगर निगम प्रशासन के साथ-साथ कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी सफाई अभियान में जुट गई हैं, ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सुरक्षा के मद्देनजर, प्रशासन ने कुछ घाटों को खतरनाक घोषित किया है और वहां जाने से बचने की अपील की है। इन सतर्क उपायों के बीच, गया का हर घाट और हर गली इस आस्था के महापर्व के स्वागत में सज-धजकर तैयार है।