बालासोर रेल हादसे के बाद गया में संकेत एवं दूरसंचार विभाग द्वारा संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे उप मुख्य संकेत एंव दूरसंचार अभियंता हाजीपुर राजीव कुमार श्रीवास्तव एवं वरीय मंडल संकेत एंव दूरसंचार अभियंता डीडीयू राजेश कुमार कुशवाहा ने संयुक्त रूप से रेलकर्मियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुरक्षा तथा समय पालन जैसे मुद्दे पर संकेत एंव दूरसंचार विभाग की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। जिससे समयबद्ध तरीकों से ट्रेनों के संचालन के साथ-साथ रेलवे संरक्षा के स्तर को और भी मजबूत किया जा सके। ये बातें रूट रिले इंटरलॉकिंग(RRI) कार्यालय, गया में आयोजित संरक्षा संगोष्ठी को सम्बोधित करत हुए कही। उन्होनें रेलकर्मियों को सिग्नल विफलता कम करने के लिए लगातार निरीक्षण व अनुरक्षण पर बल देते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में शॉटकाट न करें।
ट्रेनों के संरक्षित रेल परिचालन सुनिश्चित रखने संबंधी ट्रैक सर्किट, इंटरलॉकिंग सिस्टम, एक्सल काउंटर, यूएफएसबीआई, मोटर प्वाइंट, आईपीएस, सिंगनल सेफ्टी जैसे विभिन्न बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए रेलकर्मीयों के जानकारी को और मजबूत तथा ताजा किया।
इस अवसर पर सहायक मंडल संकेत एंव दूरसंचार अभियंता नियाज़ अहमद, सीनियर सेक्शन इंजीनियर संजय कुमार , जहागीर आलम, कनीय अभियंता संकेत जितेंद्र कुमार संजीत कुमार, यादवेश कुमार, रवि रंजन कुमार, संकेत अनुरक्षक विपिन कुमार ,मुन्ना कुमार, रमेश कुमार शोरन, कामेश्वर प्रसाद,राजीव नयन, वेंकटेश्वर नारायण, नीरज कुमार,अविनाश कुमार,सत्यनारायण विश्वकर्मा, संजय श्रीवास्तव, राकेश कुमार, प्रदीप कुमार, बब्लू कुमार, सहायक सिग्नल विजय रजक, जितेंद्र कुमार, रामजी प्रसाद, उदय कुमार, सूरज, सुधीर कुमार, अजीत कुमार, जोगेंद्र कुमार, संतोष कुमार, काशी ठाकुर, कृष्णा यादव सहित बड़ी संख्या में रेलकर्मी उपस्थित थे।
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल