गया, बिहार। प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित “एक भारत श्रेष्ठ भारत” सांस्कृतिक महोत्सव में गया के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया। पूर्वी क्षेत्र संस्कृति केंद्र (ईजेडसीसी) कोलकाता और बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में गया के नृत्य निर्देशक गौतम कुमार और उनके दल ने बिहार की समृद्ध लोक संस्कृति का शानदार प्रदर्शन किया।
गौतम कुमार के नेतृत्व में गया से आए कलाकारों ने सामा चकेवा और झिझिया लोक नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुति दी। दल में शामिल प्रतिभाशाली कलाकारों में निखिल सिन्हा, मुस्कान कुमारी, खुशी कुमारी, प्रियांशु कुमार, पल्लवी कुमारी, गरिमा कुमारी, रुपाली कुमारी, खुशी कुमारी और पूजा कुमारी ने अपनी कला का जादू बिखेरा। इन युवा कलाकारों की ऊर्जा और उत्साह ने पूरे प्रेमचंद रंगशाला ऑडिटोरियम को जीवंत कर दिया।
गया के कलाकारों के प्रदर्शन ने दर्शकों को इतना मंत्रमुग्ध किया कि पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। बिहार की लोक संस्कृति की इस सुंदर प्रस्तुति ने न केवल स्थानीय दर्शकों को आकर्षित किया, बल्कि त्रिपुरा और मिजोरम से आए कलाकारों को भी प्रभावित किया।
बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं कला, संस्कृति एवं युवा विभाग मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गया के कलाकारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रतिभाशाली युवा ही बिहार और भारत के उज्जवल भविष्य का प्रतीक हैं।
अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा ने गया के कलाकारों के प्रदर्शन को भारत की सांस्कृतिक विविधता का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। इस प्रकार, गया के कलाकारों ने “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के संदेश को अपनी कला के माध्यम से सशक्त रूप से प्रस्तुत किया, जो इस महोत्सव की सबसे बड़ी उपलब्धि रही।