वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
गया नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति के पुनर्गठन को लेकर चले आ रही अटकलों पर विराम लग गया है। वार्ड नं 18 के पार्षद अशोक कुमार जो सशक्त स्थायी के सदस्य के रूप में कुछ महीने तक ही रहे, अब इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। या कह लें मोहन श्रीवास्तव के लिए कुर्बानी देने का काम किया है। अब इनकी जगह वार्ड नं 26 के पार्षद पूर्व डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव को समिति का सदस्य मनोनीत करते हुए समिति में स्थान सुनिश्चित कर दिया गया है। इनके अलावा दो पुराने सदस्यों स्वर्णलता वर्मा और विनोद कुमार यादव को फिर से समिति में शामिल कर लिया गया है।
इन तीनों को नगर विकास एवं आवास विभाग के उपसचिव राहुल वर्मन को शपथ दिलाने के लिए नगर आयुक्त भाप्रसे की अधिकारी अभिलाषा शर्मा ने एक पत्र भेजी हैं। इसके लिए 19 जुलाई की तिथि सुनिश्चित की गई है। कहने का तात्पर्य यह है कि 19 जुलाई को गया नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति के सदस्य के रूप में अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, स्वर्णलता वर्मा और विनोद कुमार यादव शपथ ग्रहण करेंगे। स्मरण कराते हुए चलें कि इसके पहले 26 जून को वार्ड नं 18 के पार्षद अशोक कुमार के साथ स्वर्णलता वर्मा और विनोद कुमार यादव ने इस समिति के सदस्य पद से स्वेच्छा से अन्य कारण बताते हुए मेयर बीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान को त्याग पत्र सौंप दिया था।
जिसे स्वीकृति देते हुए मेयर ने इस आशय की जानकारी नगर आयुक्त को दे दिया था। इसके बाद नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने 28 जून को इस बात से सरकार को अवगत करा दी थीं। तब से समिति के तीन सदस्यों का पद रिक्त चला आ रहा है। अब जबकि 19 जुलाई को शपथ ग्रहण की तिथि तय कर दी गई है तो इस प्रक्रिया को पूरा होते ही नौ सदस्यीय (मेयर और उपमेयर को मिलाकर) समिति एक बार फिर से पूर्व की तरह पूर्ण रूप से अस्तित्व में आ जायेगी। देखा जाए तो इस प्रकार अशोक कुमार इस समिति से “आउट” कर दिए गए और मोहन श्रीवास्तव की “एंट्री” लगभग हो गई है।