बिहार के गया जिले में पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से एक बड़ी सफलता हासिल की है। इस अभियान के तहत टीपीसी के पूर्व नक्सली कमांडर मनोज यादव और विजय साव उर्फ मुखिया को गिरफ्तार किया गया। इनकी गिरफ्तारी के दौरान एक देशी कट्टा, दो देशी राइफल और 28 जिंदा कारतूस बरामद हुए।
इस संबंध में एसएसपी आशीष भारती ने मीडिया को बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि मनोज यादव डेल्हा थाना क्षेत्र के कुजाप गांव में मौजूद है। सत्यापन के बाद, पुलिस ने कुजाप गांव में घेराबंदी की। पुलिस को देखकर मनोज यादव ने भागने की कोशिश की, लेकिन सशस्त्र बलों के सहयोग से उसे पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान, उसने अपना नाम मनोज यादव बताया और यह भी कहा कि वह कोंच थाना क्षेत्र के खैरा गांव का रहने वाला है।
मनोज यादव ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने पूर्व घटनाओं में इस्तेमाल किए गए संगठन के हथियार विजय साव उर्फ मुखिया के घर पर रखवाए थे। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने विजय साव के घर छापा मारा और वहां से एक देशी कट्टा, दो देशी राइफल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए। विजय साव को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
एसएसपी ने यह भी बताया कि मनोज यादव और उमेश यादव के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी। मनोज यादव पर गया जिले के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, और पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी। इन गिरफ्तारियों से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।