प्रतीकात्मक चित्र
गया। बिहार के चर्चित जदयू नेता सुमरिक यादव हत्याकांड में 11 साल बाद पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। मंगलवार की देर रात एसटीएफ की टीम ने अतरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजय यादव उर्फ रंजीत यादव के छोटे भाई विवेक यादव को गिरफ्तार कर लिया। विवेक यादव इस मामले में मुख्य आरोपी थे और 2013 से फरार चल रहे थे।
क्या है मामला?
26 फरवरी 2013 को नीमचक बथानी बाजार में जदयू प्रखंड अध्यक्ष सुमरिक यादव की लाठी, डंडों और लोहे की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को राजनीतिक रंजिश का नतीजा बताया गया था। हत्याकांड के बाद अतरी विधानसभा के पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, उनकी पत्नी कुंती देवी और उनके बेटे विवेक यादव सहित 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
कुंती देवी और राजेंद्र यादव को मिली थी उम्रकैद
फाइल चित्र (फोटो सोर्स: दैनिक जागरण डिजिटल)
गया की व्यवहार न्यायालय ने हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में से पूर्व विधायक कुंती देवी और उनके पति राजेंद्र यादव को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हालांकि, जेल में सजा काटने के दौरान कुंती देवी की तबीयत बिगड़ गई और 2021 में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
11 साल तक पुलिस को चकमा देते रहे विवेक यादव
कुंती देवी के निधन के बाद उनके बेटे अजय यादव उर्फ रंजीत यादव राजद के टिकट पर अतरी से विधायक बने। वहीं, विवेक यादव 11 साल तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहे। लेकिन मंगलवार रात एसटीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
डीएसपी ने दी जानकारी
नीमचक बथानी के डीएसपी प्रकाश कुमार ने बताया कि विवेक यादव की गिरफ्तारी हो गई है। हालांकि, उन पर किसी इनाम की घोषणा थी या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की आगे की कार्रवाई में जुटी है।यह गिरफ्तारी न केवल पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि जदयू नेता सुमरिक यादव के परिजनों के लिए न्याय की एक उम्मीद भी है।