देवब्रत मंडल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को गयाजी का दौरा कर 17 सितंबर से शुरू होने वाले विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेले की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। उन्होंने मोक्षदायिनी फल्गु नदी के किनारे आयोजित एक कार्यक्रम में विष्णुपद मंदिर तक वैकल्पिक पहुंच पथ और एकीकृत जलनिकासी कार्य का उद्घाटन किया। इस नए मार्ग से मानपुर पुल से सीधे विष्णुपद मंदिर और एनएच-82 के बीच की दूरी कम हो जाएगी, जिससे तीर्थयात्रियों को काफी सुविधा होगी।
मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से मनसरवा नाला पर घुघरी टांड़ मोड़ से फल्गू नदी तट तक बॉक्स नाला-सह-सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने विष्णुपद मंदिर के समीप एनएच-82 से सुब्रत पथ के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण कार्य के साथ-साथ वाहन पड़ाव और रैम्प निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया। इसके अलावा, बह्मयोनि और प्रेतशीला पहाड़ी पर मृदा जल संरक्षण कार्य का भी शिलान्यास किया।
समाहरणालय में की समीक्षा बैठक
विभिन्न उद्घाटन और शिलान्यास के बाद, मुख्यमंत्री ने गया समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में पितृपक्ष मेला-2024 की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक की। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मेला की तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मेला 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा, और सभी महत्वपूर्ण वेदियों एवं घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
हर साल पितृपक्ष मेला की समीक्षा क्यों करते हैं मुख्यमंत्री?
मुख्यमंत्री ने कहा कि पितृपक्ष मेले में देश और विदेश से श्रद्धालु अपने पूर्वजों का पिंडदान और तर्पण करने आते हैं। उन्होंने बताया कि एक बार एक महिला श्रद्धालु ने उन्हें पिंडदानियों की समस्याओं के बारे में बताया था, जिसके बाद से उन्होंने मेले की तैयारियों का खुद जायजा लेना शुरू किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेले के दौरान साफ-सफाई, जल निकासी, पेयजल आपूर्ति और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।
पंडा समाज ने जताया आभार
समीक्षा बैठक में पंडा समाज के प्रतिनिधियों ने गयाजी के विकास के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विशेष रूप से गंगाजल को गया तक पहुंचाने के कार्य की सराहना की।
बैठक में शामिल हुए अधिकारी और मंत्री
बैठक में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, पर्यटन एवं उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल थे। सभी ने मेले की तैयारियों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और इसे सफल बनाने के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस दौरे से गयाजी में पितृपक्ष मेले की तैयारियों को एक नई दिशा मिली है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक बेहतर अनुभव सुनिश्चित करेगी।