कमांडेंट कुमार मयंक ने किया सिविक एक्शन प्रोग्राम का उद्घाटन
सुकमा। अति नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के पोलमपल्ली और कांकेरलंका गांवों में 159 बटालियन सीआरपीएफ द्वारा सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत जरूरतमंद ग्रामीणों को आवश्यक सामग्री वितरित की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन बटालियन के कमांडेंट कुमार मयंक ने फीता काटकर किया।
इस अवसर पर बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और विद्यार्थियों के लिए विभिन्न उपयोगी वस्तुओं का वितरण किया गया, जिनमें कंबल, गमछा-लुंगी, स्कूल बैग, पेन, पेंसिल बॉक्स, बर्तन, साड़ी, साइकिल, पानी के ड्रम और खेल-कूद सामग्री (क्रिकेट किट) शामिल थे। इसके साथ ही, स्थानीय ग्रामीणों के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन कर बीमार लोगों का इलाज एवं दवाइयों का वितरण किया गया।
सीआरपीएफ ने दिया सुरक्षा और विकास का संदेश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमांडेंट कुमार मयंक ने कहा कि सीआरपीएफ सिर्फ सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज सेवा और विकास कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है। उन्होंने ग्रामीणों को सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और आश्वासन दिया कि सीआरपीएफ हमेशा उनकी सहायता के लिए तत्पर है।
युवाओं को दी गई करियर मार्गदर्शन की जानकारी
कार्यक्रम के दौरान गांव के युवाओं को पैरामिलिट्री फोर्स में भर्ती प्रक्रिया की जानकारी दी गई और उन्हें देश सेवा के लिए प्रेरित किया गया। इसके अलावा, शिक्षा के महत्व पर भी जोर देते हुए युवाओं को अपने भविष्य के निर्माण में पढ़ाई की उपयोगिता समझाई गई।
सीआरपीएफ की पहल से बढ़ रहा ग्रामीणों का विश्वास
इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों और सुरक्षाबलों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग की भावना को मजबूत करना था, जिसे ग्रामीणों ने खूब सराहा। स्थानीय निवासियों ने सीआरपीएफ के इस जनसेवा अभियान की प्रशंसा करते हुए इसे सकारात्मक पहल बताया।
इस अवसर पर 159 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी लोकेश कुमार, ई/159 कांकेरलंका के कंपनी कमांडर हिमाद्री शिखर बागची, सहायक कमांडेंट डॉ. काशिफ रज़ा, चिकित्सा अधिकारी निरीक्षक (जीडी) नीरज सिंह, निरीक्षक (जीडी) पी.के. मिश्रा सहित कई अन्य जवान और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
सीआरपीएफ द्वारा किए गए इस जनकल्याणकारी कार्य ने स्थानीय लोगों में सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास और सौहार्द की भावना को और अधिक मजबूत किया है।
रिपोर्ट – प्रकाश कुमार