रिपोर्ट – अजीत कुमार ,बेलागंज
बेलागंज: मंगलवार की दोपहर एक महिला की मौत एनएचएआई के कार्य में लगे कैंट्रक्शन कंपनी के लापरवाही से हो गई। वहीं महिला की मौत के बाद कंपनी के कर्मियों ने महिला के शव को उसके गांव के समीप सड़क किनारे गिराकर चलते बने। महिला की मौत और उसके शव को सड़क किनारे फेंकने के मामले से आक्रोशित ग्रामीणों ने गया पटना सड़क मार्ग को थाना क्षेत्र के प्राणपुर गांव के समीप जाम कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच को लगभग दो घंटे तक जाम रखा। इस दौरान सड़क के दोनो ओर छोटे बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई।
घटना के संबंध में मृत महिला के परिजनों ने बताया कि प्राणपुर गांव के महादलित टोला से प्रतिदिन दस पंद्रह की संख्या महिलाएं एनएच के निर्माण कार्य में मजदूरी करने जाती हैं। नित्य दिन की भांति मंगलवार को भी अन्य महिलाओं के साथ गांव के स्व कामेश्वर मांझी की पत्नी शिवकुमरिया देवी काम करने गई थी। जहां सड़क पर धूल साफ करने वाली कंप्रेशर मशीन में उनका कपड़ा फंस गया और गले पर कपड़ा से खिंचाव होने के कारण उसकी मौत हो गई।
महिला की मौत के बाद आनन फानन में कांस्ट्रेक्शन कंपनी के कर्मियों ने महिला को पिकअप पर लादकर घर पहुंचने के नाम पर लाया और गांव से बाहर सड़क किनारे शव को उतारकर बिना किसी को बताए भाग गया। जब ग्रामीणों ने शव को देखा तो अफरा तफरी मच गई। वहीं परिजनों में कोहराम मच गया। लोग कुछ समझ नहीं पा रहे थे। कुछ देर बाद जब उक्त महिला के साथ काम करने गए मजदूर आए तो मामले का खुलासा हुआ। घटना की जानकारी के बाद आक्रोशित हुए ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर एनएच को प्राणपुर गांव के समीप जाम कर दिया। जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे स्थानीय सीओ अजीत कुमार लाल और थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया। मगर जाम कर रहे लोग मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा और निर्माण कंपनी पर एफआईआर किए जाने की मांग को लेकर अड़े रहे। फलस्वरूप लगभग दो घंटे तक एनएच जाम रहा। बाद में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों, स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि सह युवा समाजिक कार्यकर्ता अर्जुन सागर, मेल नेता मुंद्रिका राम एरकी पंचायत के मुखिया विरदा प्रसाद आदि लोगों के पहल से ग्रामीणों को समझा बुझाकर जाम हटाया गया। थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि स्थानीय मुखिया के द्वारा कबीर अंतेष्ठि और प्रखंड प्रशासन द्वारा परिवारिक कल्याण योजना के तहत नगद राशि का लाभ दिया गया। वहीं शव को पोस्टमार्टम हेतु अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल गया भेज दिया गया है। घटना को लेकर एनएचएआई और निर्माण कंपनी के अधिकारियों को बुलाया गया है। मृतक के परिजनों के आवेदन पर दोषी कर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया जाएगा।