गया: पितृपक्ष मेले के दौरान बढ़ती निगरानी के तहत आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को बड़ी सफलता हासिल की। स्टेशन और उसके आसपास की सुरक्षा व्यवस्था के दौरान एक अंतरराज्यीय गिरोह के छह अपराधियों को चोरी किए गए सोने के जेवरात और मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया। सभी अपराधी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
संदिग्ध गतिविधियों से खुली पोल
आरपीएफ के पोस्ट कमांडर निरीक्षक अजय प्रकाश ने बताया कि जब उनकी टीम प्लेटफार्म नंबर चार और पांच पर गश्त कर रही थी, तभी मिडिल फुट ओवर ब्रिज के पास छह लड़के पुलिस को देखकर भागने लगे। इस संदिग्ध हरकत से शक होने पर पुलिस ने तुरंत उन्हें रोका और पूछताछ शुरू की। पुलिस के सवालों से घबराए इन लड़कों ने सही जवाब नहीं दिया, जिससे उनके अपराधी होने की पुष्टि हुई।
तलाशी में चोरी का माल बरामद
तलाशी के दौरान इन अपराधियों के पास से एक सोने की अंगूठी, बजरंगबली का सोने का लॉकेट, एक कान की बाली, नाक का बेसर (कुल वजन 3.730 ग्राम), चार मोबाइल फोन, एक यात्री का आधार कार्ड और कागज में लपेटे हुए दो ब्लेड के टुकड़े बरामद किए गए।
पकड़े गए अपराधियों के नाम अमर सिंह, राम कुमार, मोहन, सोहन, रवि और मदन कुमार हैं, जो सभी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। पूछताछ के दौरान उन्होंने कबूल किया कि वे स्टेशन और ट्रेनों में यात्रियों का सामान चोरी करने के उद्देश्य से प्लेटफार्म पर मौजूद थे। गिरफ्तारी के बाद सभी अपराधियों को जीआरपी थाना गया लाया गया, जहां उनके खिलाफ कांड संख्या 232/24 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 313 और 317 (5) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। पुलिस द्वारा बरामद की गई संपत्ति का कुल मूल्य ₹1,05,000 है।
पितृपक्ष मेले के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पुलिस की सतर्कता से इस प्रकार की चोरी की घटनाओं पर रोकथाम की जा रही है। पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपने सामान की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।