वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
बिहार में एक तरफ चिकित्सा व्यवस्था में सुधार के प्रयास के साथ साथ कई अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। ताकि किसी मरीज की जान इलाज के अभाव में नहीं जाए। इसी कर्तव्य और दायित्वों को निभाते हुए गया जिला प्रशासन ने एक नवजात शिशु को उचित देखरेख में इलाज करा रहा है। मगध प्रमंडल के सबसे बड़े अस्पताल गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में एक नवजात शिशु का इलाज लाइफ सपोर्ट चिकित्सीय व्यवस्था के तहत कराया जा रहा है। लेकिन विडंबना है कि इस बच्ची का अबतक जन्म देने वाली मां को लेकर संशय बना हुआ है। कारण कि जो बच्ची यहां भर्ती है उसका असली हकदार का फैसला नहीं हो पाया है। मामला गया जिले के खिजरसराय थाना क्षेत्र की है। जिस बच्ची को ANMMCH में इलाज चल रहा है उसे पूजा देवी लेने से यह कहकर अपने साथ रखने के लिए इनकार कर रही है कि इस बच्ची की जननी वो नहीं हैं।
पूजा देवी के पास चिकित्सक द्वारा लिखे गए पुर्जे में लिखा है Baby Boy
पूजा देवी का कहना है कि उसने लड़के को जन्म दी है। इस दावे के सपोर्ट में पूजा उस नर्सिंग होम का पुर्जा दिखा रही है कि उसने भाग्यश्री इमरजेंसी हॉस्पिटल, मेन रोड, कुड़वा बाजार, धर्मशाला के दक्षिण में 02 जुलाई 2023 को एक नवजात शिशु को जन्म दी। इस हॉस्पिटल से जो पुर्जा मिला, उसमें जन्म के बाद जो बातें लिखी गई थी, उसमें ‘Baby Boy’ लिखा हुआ है। इस दावे के साथ पूजा देवी का कहना है कि जब यहां से विशेष इलाज के लिए उनके पुत्र को आशीर्वाद नर्सिंग होम में भर्ती कराई। जब इस नर्सिंग होम से नाम काटने वक्त (डिस्चार्ज) किया जाने लगा तो उन्हें नवजात पुत्र की जगह पुत्री दिया जा रहा था तो इसे लेने से यह कहकर इनकार कर दी कि बच्चे की अदला बदली कर दी गई। आरोप आशीर्वाद नर्सिंग होम के संचालक पर लगाया गया है।
तो क्या डीएनए जांच से हो सकेगा फैसला?
मामला पुलिस से होते हुए जिला प्रशासन तक चला आया है। अब यहां बड़ा सवाल उठ रहा है कि जिस बच्ची का इलाज ANMMCH में चल रहा है, उसे किस मां ने जन्म दिया ? इस बच्ची का असली हकदार कौन है ? यदि पूजा देवी की बात और चिकित्सीय पुर्जा को थोड़ी देर के लिए सही मानकर यदि उच्चस्तरीय जांच होती है तो प्रशासन को पूजा देवी के बच्चे को और इस इलाजरत बच्ची की मां को ढूंढना पड़ेगा। एक वरीय चिकित्सक ने नाम सामने नहीं लाने के शर्त पर बताया कि अब बच्ची और पूजा देवी दोनों का डीएनए टेस्ट कराने की जरूरत है। जिससे स्पष्ट हो पाएगा कि पूजा देवी जो आरोप बच्चे की अदला बदली की लगा रही है, उसमें कितना हकीकत है।