टिकारी संवाददाता: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर डाक बंगला परिसर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को एक दिवसीय धरना दिया। धरना को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ट नेता प्रदेश प्रतिनिधि पूर्व जिला पार्षद सत्येंद्र नारायण ने कहा कि कांग्रेस 2015 से ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते आ रही है। राज्य का बंटवारा के बाद सभी प्रकार के आर्थिक स्त्रोत झारखंड में चला गया। बिहार में 95 लाख की आबादी गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर कर रही है। विशेष राज्य के लिए सभी आवश्यक कारक बिहार में मौजूद है।
विशेष राज्य का दर्जा देने और लेने वाले दोनों ही सरकारें एक ही धरा की है। ऐसे में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलना शर्म की बात है। प्रखंड कांग्रेस के महासचिव नागेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री 2015 के चुनाव में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की बात कही थी। लेकिन उनका घोषणा अभी तक जुमला सावित हो रहा है। वंही अन्य वक्ताओं ने केंद्र व बिहार सरकार के गलत और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला। वक्ताओं ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए नही मिलने पर चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी। धरना में कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष नाथुन पासवान, पिन्टू कुमार, दिपक चौधरी, सौकत अली अंसारी, राजबल्लभ पासवान, दिवेश ठाकुर, नीरज शर्मा, श्रीनिवास शर्मा आदि कई पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे।