देवब्रत मंडल
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर उर्फ पीके दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को गया पहुंचे। जिन्होंने कहा कि बेलागंज और इमामगंज उपचुनाव जन सुराज लड़ सकता है। फिलहाल कौन होंगे उम्मीदवार इस पर खुलकर कुछ नहीं कहा।
जन सुराज पदयात्रा के शिल्पकार प्रशांत किशोर के स्वागत के लिए कई प्रखंडों में कार्यक्रम रखा गया था। जहां हजारों की संख्या में लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। पीके ने सबसे पहले गया जिले के इमामगंज प्रखंड के गांधी मैदान में जनसंवाद किया। गया की जनता को जन सुराज अभियान और पदयात्रा के बारे में बताया। बिहार की जनता को इस पदयात्रा से क्या नफा–नुकसान होगा ? इस बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। प्रशांत ने कहा कि 6-7 महीने बाद वह पदयात्रा पर गया आएंगे और गांव-गांव घूमकर जनता की समस्याओं को समझेंगे।
इमामगंज और बेलागंज में होने वाले विधानसभा उप-चुनाव पर बोले पीके
इमामगंज और बेलागंज में होने वाले विधानसभा उप-चुनाव में जन सुराज की भागीदारी पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सूराज चुनाव लड़ेगा तो बेलागंज और इमामगंज दोनों जगह लड़ेगा। उन्होंने कहा 2 अक्तूबर के बाद अगर चुनाव होगा तो निश्चित तौर पर चुनाव लड़ा जाएगा। अगर 02 अक्तूबर से पहले चुनाव होता है तो जन सुराज के साथी अगर मिल कर तय करते हैं कि चुनाव लड़ना है तो जन सुराज से जुड़े किसी निर्दलीय साथी को समर्थन देकर चुनाव लड़ाया जा सकता है।
पीके ने तेजस्वी को लिया आड़े हाथ
पीके ने तेजस्वी को लिया आड़े हाथ लेते हुए कहा- पढ़ाई लिखाई की नहीं, अपने ही कार्यकर्ता को बिकाऊ बोल रहें हैं। गया में प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने चिट्ठी निकालकर अपने नेताओं को रोकने का प्रयास किया और कहां आप लालू के सिपाही हैं, समाजवाद के रक्षक हैं, दल छोड़ कर नहीं जाने का आग्रह किया। तेजस्वी जी खुद समझ नहीं पा रहें वह क्या बोल रहें हैं, अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को गाली दे रहे हैं। उन्होंने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा कि पढ़ाई लिखाई उन्होंने किया नहीं हैं, ‘बाबूजी’ का दुकान था तो राजनीति में आ गए हैं। इनका इशारा लालू प्रसाद की ओर था। उन्होंने कहा तेजस्वी अपने नेताओं को ही भ्रष्ट बोल रहें हैं।