वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
पीपुल फर्स्ट के सहयोग से संचालित चाइल्डलाइन गया को पूर्व सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष राकेश रंजन के माध्यम से दिनांक 16.05.2023 अपराह्न 11 बजे सूचना प्राप्त हुआ कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल गया में दिनांक 15.05.2023 को अपराह्न लगभग 4 बजे शिशु विभाग के शेड में 2 वर्ष का शिशु जिसका काल्पनिक नाम अभिषेक कुमार को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा छोड़कर चले गए थे। इसके उपरांत चाइल्डलाइन की टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया और साथ ही साथ इस शिशु का मेडिकल एब फिटनेस के लिए मगध मेडिकल के सुप्रीटेंडेंट डॉक्टर श्रीप्रकाश सिंह , हॉस्पिटल मैनेजर संतोष सिंह, हेल्थ मैनेजर तरुण कुमार और स्टाफ नर्स अर्चना से समन्वय कर शिशु का इलाज करवाया गया एवम डिस्चार्ज होने के उपरांत जिला बाल कल्याण समिति गया के प्रभारी सदस्य सह जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक देवेश शर्मा के समक्ष प्रस्तुत किया गया ,जहां से समिति के द्वारा शिशु को उचित देखभाल एवम आश्रय हेतु नवादा जिला में संचालित विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान में भेजने का आदेश निर्गत किया गया। चाइल्डलाइन गया की समन्वयक अपराजिता आजाद, काउन्सलर अभय रंजन ,टीम मेंबर मुहम्मद आलमगीर के साथ शिशु को सुरक्षित विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान नवादा पहुंचा दिया है। ज्ञात हो की अभी शिशु के जैविक माता पिता पता लगाने का प्रयास किया जाएगा एवम उनके नही मिलने की स्थिति में शिशु को दत्तक माता पिता को देने हेतु प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
चाइल्डलाइन गया के निदेशक दीपक कुमार ने बताया कि हमारा मकसद है सबसे पहले किसी भी अनाथ या असहाय बच्चों को गैर कानूनी तरीके से रखने से बचाना है उसके बाद उक्त बच्चों के परिजनों को ढूंढने का प्रयास करना है , बच्चों के जैविक माता पिता के नहीं मिलने के उपरांत जिला बालकल्याण समिति के द्वारा शिशु को कानूनी रूप से मुक्त किया जाता है जिससे बच्चे को नियम पूर्वक गोद लिया जाय और उक्त शिशुओं को उसका सभी प्रकार का अधिकार प्राप्त हो सके । उसके अलावा भी निदेशक ने बताया कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने की आवश्यकता है जिससे अनाथ असहाय, त्यागे हुए बच्चों को गैरकानूनी रूप से कोई न रख सके ।पीपुल फर्स्ट के सहयोग से संचालित चाइल्डलाइन गया को पूर्व सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष राकेश रंजन के माध्यम से दिनांक 16.05.2023 अपराह्न 11 बजे सूचना प्राप्त हुआ कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल गया में दिनांक 15.05.2023 को अपराह्न लगभग 4 बजे शिशु विभाग के शेड में 2 वर्ष का शिशु जिसका काल्पनिक नाम अभिषेक कुमार को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा छोड़कर चले गए थे। इसके उपरांत चाइल्डलाइन की टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया और साथ ही साथ इस शिशु का मेडिकल एब फिटनेस के लिए मगध मेडिकल के सुप्रीटेंडेंट डॉक्टर श्रीप्रकाश सिंह , हॉस्पिटल मैनेजर संतोष सिंह,हेल्थ मैनेजर तरुण कुमार और स्टाफ नर्स अर्चना से समन्वय कर शिशु का इलाज करवाया गया एवम डिस्चार्ज होने के उपरांत जिला बाल कल्याण समिति गया के प्रभारी सदस्य सह जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक देवेश शर्मा के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां से समिति के द्वारा शिशु को उचित देखभाल एवम आश्रय हेतु नवादा जिला में संचालित विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान में भेजने का आदेश निर्गत किया गया। चाइल्डलाइन गया की समन्वयक अपराजिता आजाद, काउन्सलर अभय रंजन ,टीम मेंबर मुहम्मद आलमगीर के साथ शिशु को सुरक्षित विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान नवादा पहुंचा दिया है। ज्ञात हो की अभी शिशु के जैविक माता पिता पता लगाने का प्रयास किया जाएगा एवम उनके नही मिलने की स्थिति में शिशु को दत्तक माता पिता को देने हेतु प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।चाइल्डलाइन गया के निदेशक श्री दीपक कुमार ने बताया कि हमारा मकसद है सबसे पहले किसी भी अनाथ या असहाय बच्चों को गैर कानूनी तरीके से रखने से बचाना है उसके बाद उक्त बच्चों के परिजनों को ढूंढने का प्रयास करना है , बच्चों के जैविक माता पिता के नहीं मिलने के उपरांत जिला बालकल्याण समिति के द्वारा शिशु को कानूनी रूप से मुक्त किया जाता है जिससे बच्चे को नियम पूर्वक गोद लिया जाय और उक्त शिशुओं को उसका सभी प्रकार का अधिकार प्राप्त हो सके । उसके अलावा भी निदेशक ने बताया कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने की आवश्यकता है जिससे अनाथ असहाय,त्यागे हुए बच्चों को गैरकानूनी रूप से कोई न रख सके । पीपुल फर्स्ट बच्चों से संबंधित सभी समस्यो के समाधान हेतु हमेशा तत्पर रहती है ।