देवब्रत मंडल
6 बिहार बटालियन एनसीसी, गया द्वारा बोधगया के निगमा मोनेस्ट्री में आयोजित 11वीं कंबाइंड एनुअल ट्रेनिंग कैंप के चौथे दिन, कमांडिंग ऑफिसर कर्नल पंकज कुमार (कीर्ति चक्र) के निर्देशन में एक योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से एनसीसी कैडेटों को योग के महत्व और लाभों से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में कर्नल पंकज कुमार ने कहा कि योग प्राचीन काल से आत्मा और परमात्मा के मिलन का मार्ग रहा है। योग न केवल शरीर को निरोग रखता है, बल्कि यह हमारी जीवन शक्ति, ध्यान की क्षमता और उत्पादकता को भी बढ़ाता है। उन्होंने यह भी बताया कि योग का अभ्यास मनुष्य के शरीर, मन और भावनाओं को स्थिर और नियंत्रित करने में सहायक होता है।
योग शिविर में आर्ट ऑफ लिविंग के स्वामी परमतेज ने कैडेटों को कपालभाती, प्राणायाम, सुदर्शन क्रिया, ध्यान के विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया। उन्होंने सुदर्शन क्रिया पर विशेष जोर देते हुए कहा कि इसके माध्यम से सांसों के जरिए खुद को नियंत्रित करना सिखाया जाता है। स्वामी परमतेज ने कहा, “हमारी सांसों में कई रहस्य छिपे होते हैं, जिन्हें हम अक्सर समझ नहीं पाते। सांसों की लय मन की भावनाओं के अनुसार बदलती है और यह शरीर के अंगों को प्रभावित करती है। जब हम खुश होकर सांस लेते हैं, तो शरीर में एक फैलाव महसूस होता है, जबकि दुखी होकर सांस लेने पर सिकुड़न महसूस होती है। इस प्रक्रिया पर नियंत्रण पाकर व्यक्ति खुद में ताजगी और प्रसन्नता का अनुभव कर सकता है।”
इस योग कार्यक्रम के माध्यम से कैडेटों को न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक शांति और आंतरिक संतुलन का भी अनुभव हुआ, जो उनके भविष्य के जीवन में महत्वपूर्ण साबित होगा।