न्यूज डेस्क: पूर्व मध्य रेलवे ने गुरुवार को बिना टिकट/अनियमित यात्रियों के खिलाफ एक बड़े अभियान की शुरुआत की। इस विशेष टिकट चेकिंग अभियान में पूरे रेलवे मंडल के महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रेलवे अधिकारी, पर्यवेक्षक, रेलकर्मी, ट्रेवलिंग टिकट एग्जामिनर (टीटीई) और भारी संख्या में रेलवे सुरक्षा बल के कर्मी तैनात किए गए थे।
शहरों और गांवों से गुजरने वाली सभी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के एसी कोचों की विशेष जांच की गई। साथ ही, सभी पैसेंजर और मेमू ट्रेनों में भी टिकट जांच की गई। यह विशाल अभियान पूरे दिन चलता रहा।
इस दौरान, रेलवे ने कुल 14,580 बिना टिकट/अनियमित यात्रियों को पकड़ा और उनसे 96 लाख 56 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। सबसे ज्यादा 4,800 यात्री सोनपुर मंडल में पकड़े गए, जिनसे 31.62 लाख रुपये का जुर्माना लिया गया। दानापुर मंडल में 4,010 यात्रियों से 27.63 लाख रुपये वसूले गए।
इसके अलावा, पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल से 9.12 लाख रुपये, धनबाद मंडल से 10.02 लाख रुपये और समस्तीपुर मंडल से 18.18 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। इस बड़े अभियान के दौरान कई बिना टिकट यात्रियों का रोना भी फूट पड़ा। वहीं, कई लोगों ने टिकट खरीदने के बजाय जुर्माना देने को तरजीह दी क्योंकि जुर्माना कम था।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने कहा कि यात्रियों से अनुरोध है कि वे सदैव उचित यात्रा टिकट लेकर ही सफर करें। उन्होंने कहा कि बिना टिकट यात्रा करना गैरकानूनी है और भविष्य में भी इस तरह के अभियान जारी रहेंगे।
इस प्रकार, रेलवे ने बिना टिकट यात्रा करने वालों पर शिकंजा कसते हुए उनसे करीब 1 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है। यह अभियान रेलवे की आय बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों में से एक है।