बागेश्वरी गुमटी के पास बनने जा रहे आरओबी में होंगे 28 पाया, भूमि अधिग्रहण के लिए रैयतों की पहचान का कार्य प्रगति पर

देवब्रत मंडल

बागेश्वरी रेलवे गुमटी

गया शहर के बागेश्वरी रेलवे गुमटी के पास आरओबी के निर्माण की दिशा में सरकार कई आवश्यक कदम बढ़ा चुकी है। इस जगह पर आरओबी के निर्माण को लेकर इसी महीने के अंत तक निविदा प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाना है। इसके लिए खुली निविदा भी आमंत्रित किया जा चुका है।

Drawing of ROB

28 पाया(पोल)पर टिका हुआ रहेगा यह आरओबी

इस आरओबी के निर्माण को लेकर तकनीकी विशेषज्ञों की टीम काफी पहले से अपना काम शुरू कर चुकी थी। शुरुआती दौर की बात की जाए तो इसके निर्माण कार्य को लेकर कम से कम 28 पाया(पोल) बनाए जाने को लेकर एक ड्राफ्ट किया गया था। उसके अनुसार कम से कम 28 पाया बनाया जाना है।

बागेश्वरी और पॉवरगंज साइड में 14-14 पोल(पाया) बनेंगे

पुल निर्माण विभाग से जुड़े तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम ने जो स्ट्रक्चर का प्रारूप तैयार किया था, उसके अनुसार बागेश्वरी रोड और पावरगंज रोड साइड में बराबर बराबर दूरी पर 14-14 पाये का निर्माण किया जाएगा। जिसपर यह आरओबी टिका हुआ रहेगा।

इस आरओबी से भारी वाहनों की भी होगी आवाजाही

इस आरओबी के बन जाने से इस पर से भारी वाहनों की भी आवाजाही सुलभ हो जाएगा। साथ ही पैदल चलने वाले लोगों के लिए दोनों साइड से पाथ-वे बनाए जाने की योजना है। विभाग इसको लेकर भी इसके लिए डिज़ाइन किया है।

शहर में जाम की समस्या से निबटने में सहायक साबित होगा आरओबी

सरकार ने आम जनमानस की परेशानियों को समझने और लोगों की मांग पर यहां आरओबी का निर्माण करने जा रही है। शहर में जाम की समस्या का स्थायी हल निकालने के लिए यह आरओबी कारगर साबित होने वाला होगा। वर्तमान में जो हालात देखने को मिलता है कि लोगों को इस गुमटी(रेलवे लाइन) को पार करने के काफी देरी तक इंतजार करना पड़ता है।

रैयतों की पहचान का कार्य द्रुत गति से है जारी

इस आरओबी के निर्माण को लेकर बागेश्वरी रोड और पॉवरगंज रोड के किनारे स्थित वैसे मकान और उनके मालिकों की पहचान करने का काम पुल निर्माण विभाग के लोग द्रुतगति से कर रहे हैं। जिनकी जमीन को अधिग्रहण किया जाना है। अमीन के साथ मापी का भी काम साथ साथ चल रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक यह कार्य भी पूरा कर लिया जाए। विभागीय स्तर से मिली जानकारी के अनुसार अबतक 75-80 के आसपास रैयतों की पहचान कराते हुए उसे सूचीबद्ध करने का काम किया जा रहा है।

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