✍️देवब्रत मंडल
गया जंक्शन पर हुई हीरे, सोने आदि के जेवरात की चोरी के मामले में आरपीएफ़ एवं जीआरपी की संयुक्त टीम ने इस घटना को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चोरी गए डायमंड जड़ित आभूषण को केवल बरामद ही नहीं किया। बल्कि इस गिरोह में शामिल अपराधियो के छिपे हुए ठिकानों पर छापेमारी कर गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
गया जंक्शन के आरपीएफ़ पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश एवं रेल थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि दिनांक 23.7.2024 को जीआरपी गया में 176/24 कांड संख्या अज्ञात के विरुद्ध पंजीकृत किया गया था। इसके बाद निरीक्षक प्रभारी आरपीएफ गया अजय प्रकाश एवं थानाध्यक्ष जीआरपी गया राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में इस कांड के उद्वभेदन हेतु वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त डीडीयू एवं पुलिस अधीक्षक रेल पटना महोदय के आदेश के अनुपालन में एक संयुक्त टास्क टीम का गठन किया गया।
पीड़ित यात्री आशीष पोद्दार ने दर्ज कराई थी शिकायत
पीड़ित रेलयात्री आशीष पोद्दार द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो घटनास्थल सत्य पाया गया। गाड़ी संख्या 12311 कालका मेल (नेताजी एक्सप्रेस) गया स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर सुबह 05.10 बजे आई और गाड़ी खुलने के बाद पीड़ित कोच के बगल वाले एसी कोच से एक व्यक्ति को गया स्टेशन से खुलने के तुरंत बाद कूदते हुए पाया गया। इसके बाद वह प्लेटफॉर्म 01 से फुट ओवर ब्रिज से होकर प्लेटफॉर्म नंबर 06/07 पर पहुंचा और 06/07 से दूसरे फुट ओवर ब्रिज का उपयोग करते हुए प्लेटफार्म नंबर 02/03 पर उतर गया। इसके बाद गाड़ी संख्या 13152 जम्मूतवी- कोलकाता एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में चढ़कर कोडरमा कस्टेशन की ओर प्रस्थान कर गया।इंस्पेक्टर अजय प्रकाश ने बताया कि जांच के क्रम में ज्ञात हुआ कि आरोपी जीआरपी डीडीयू में मामला पूर्व में पंजीकृत किया गया है और जेल भी भेजा गया है।
भोजपुर और सासाराम में की गई छापेमारी
उन्होंने बताया जीआरपी डीडीयू के द्वारा समर्पित आरोप पत्र में अंकित पते का गुप्त रूप से सत्यापन किया गया। गुप्त तरीके से उसके द्वारा प्रयोग किया जा रहे मोबाइल नंबर को उपलब्ध किया गया। उसके टावर लोकेशन लिया गया। इसके बाद वरीय अधिकारी के आदेश पर आरपीएफ एवं जीआरपी गया तथा भोजपुर जिला के स्थानीय थाना सिमरी का सहयोग लेते हुए उसके घर से शेषनाथ राय उर्फ कंचन राय पिता राधेश्याम राय पता गायघाट थाना सिमरी जिला भोजपुर आरा को 04 अगस्त(रविवार) को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया छापेमारी के क्रम में एक अदद हीरे और सोने का गले का पेंडेड जिसका वजन 5.172 ग्राम, एक अदद गले का चेन जिसका वजन 5.640 ग्राम तथा एक अदद मोबाइल फोन उसके घर से बरामद किया गया।
इसके निशानदेही पर बिहार के सासाराम जिला स्थित स्थानीय थाना नोखा के मदद से नोखा थाना क्षेत्राधिकार अंतर्गत एक दुकान में छापेमारी कर बेचे गए एक अदद डायमंड का कड़ा और एक अदद डायमंड की अंगूठी और एक सोने की गिन्नी को बरामद किया गया।
चोरी का सामान बहन को दिया, बहन ने एक फाइनेंस कंपनी से लोन ले ली
गिरफ्तार अभियुक्त अपने स्वीकारोक्ति बयान में यह भी बताया कि वह सामान को चोरी कर अपने बड़ी बहन के यहां बोकारो चला गया था। इनकी बड़ी बहन द्वारा एक चेन, एक रिंग, मोबाइल और घड़ी को रख लिया गया। जिसे इनकी बहन द्वारा मणिपुरम फाइनेंस में जमा कर दी और उसके एवज में 1,40,000 लोन ले ली। जिसमें से गिरफ्तार अभियुक्त को ₹60,000 दे दी थी। शेष सभी सामान अभियुक्त अपने पास लेकर अपने घर आ गया था।
आरोपी को भेजा गया सेंट्रल जेल, पहले भी जा चुका है
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त को दिनांक 5 अगस्त(सोमवार) को रेलवे कोर्ट गया में उपस्थापन के पश्चात न्यायिक हिरासत गया सेंट्रल जेल भेज दिया गया। इस कांड के उदभेदन में शामिल टीम को पुरस्कृत करने की अनुशंसा की गई है।