गया के DM दफ्तर की गोपनीय शाखा में कार्यरत स्टेनो पंकज कुमार बीते 34 घंटे से लापता थे। उनका मोबाइल सोमवार सुबह 10 बजे के बाद से बंद था, और उनका आखिरी लोकेशन रामपुर थाना क्षेत्र में मिला था। इसके बाद से उनकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी। उनके परिजनों ने लंबा इंतजार करने के बाद रामपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पंकज कुमार, जो सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के सेवा नगर के सरकारी क्वार्टर में रहते हैं, सोमवार की सुबह अपने घर से ऑफिस के लिए निकले थे। जब पंकज कुमार देर शाम तक घर नहीं लौटे, तो उनके परिजन चिंतित हो गए और उन्होंने उनके दोस्तों व आस-पड़ोस में पूछताछ की, लेकिन कहीं से कोई जानकारी नहीं मिली। लगभग 30 घंटे इंतजार के बाद पंकज कुमार की पत्नी संगीता कुमारी ने रामपुर थाने में उनके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई।
गया पुलिस की त्वरित कार्रवाई, 15 घंटे में सकुशल बरामद
गया पुलिस ने पंकज कुमार की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के तुरंत बाद, SSP आशीष भारती के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की। इस टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक नगर-2 के पास था, जिसमें रामपुर थाना के थानाध्यक्ष और गया की तकनीकी शाखा के पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी अनुसंधान और आसूचना संकलन किया, जिससे यह पता चला कि पंकज कुमार को साउथ बिहार एक्सप्रेस में देखा गया है। दुर्ग रेल थाना की सहायता से, पुलिस टीम ने उन्हें सूचना मिलने के 15 घंटों के भीतर सकुशल बरामद कर लिया।
पंकज कुमार ने बताया अपनी मर्जी से गए थे
गया SSP आशीष भारती ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पंकज कुमार अपनी मर्जी से साउथ बिहार एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे थे और वे सकुशल हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और टीम के सहयोग से पंकज कुमार के परिजनों ने राहत की सांस ली है। गया पुलिस ने एक बार फिर साबित किया है कि वे नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के लिए हमेशा तत्पर हैं।