गया जिले के अतरी प्रखंड के टेउसा चौधरी टोला में गुरुवार को भूमि विवाद को लेकर पंचायती के दौरान विवाद उत्पन्न हो गया। जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा किए गए पंचायती के बाद जो समझौता कागज तैयार किया गया था, उसे गांव के ही एक व्यक्ति वीरेंद्र चौधरी उर्फ मदन चौधरी , जो पेशे से सरकारी शिक्षक हैं, ने गाली-गलौज और दबंगई दिखाते हुए फाड़ दिया।
इस घटना के संबंध में अनुज कुमार ने अतरी थाना में आवेदन देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि सरकारी जमीन को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए सीढ़ पंचायत के वर्तमान मुखिया अरुण कुमार, पूर्व मुखिया वीरेंद्र चौधरी, उपसरपंच गौतम सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने दोनों पक्षों की सहमति से समझौता पत्र तैयार किया था। इस समझौते में दोनों पक्षों ने सरकारी जमीन पर कोई कब्जा न करने की सहमति दी थी और इस बात को लिखित रूप में स्वीकार किया था।
लेकिन इसी बीच गांव के ही विनोद चौधरी, वीरेंद्र चौधरी उर्फ मदन चौधरी, और बेबी देवी ने गाली-गलौज करते हुए समझौता कागज को फाड़ दिया। जबकि उनका इस जमीन से कोई सीधा संबंध नहीं है। पंचायत में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने बताया की ” वीरेंद्र चौधरी और बिनोद चौधरी का इस जमीन से कोई लेना देना नही है। जिन दो पक्षों के बीच विवाद था उसे हमलोगो ने निपटारा कर समझौता पत्र बना दिया था लेकिन वीरेंद्र चौधरी और बिनोद चौधरी फैसले के बाद पहुंच कर कागज को पढ़ने के लिए मांगा और उसे फ़ाड़ दिया।” वहीं इस संबंध में अतरी थाना अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद ने बताया कि एक पक्ष के द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है और मामले की जांच की जा रही है।