सीयूएसबी के बायोइन्फरमेटिक्स विभाग के प्रथम शोधार्थी ने किया कम्प्यूटेशनल पाइपलाइन विकसित

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टिकारी संवाददाता: सीयूएसबी के बायोइन्फरमेटिक्स विभाग के शोधार्थी सोनू कुमार विभाग से पीएचडी हासिल करने वाले पहले विद्यार्थी बन गए हैं। सोनू कुमार ने विभाग के अध्यक्ष प्रो आशीष शंकर की देखरेख में “सामान्य, अद्वितीय और बहुरूपी सरल अनुक्रम दोहराने की पहचान करने के लिए एक कम्प्यूटेशनल पाइपलाइन का विकास” शीर्षक पर अपनी पीएचडी की है। पर्यवेक्षक प्रो. आशीष शंकर ने कहा कि पीएचडी करने वाले विभाग के पहले छात्र बने हैं। प्रो शंकर ने बताया कि सोनू कुमार ने ऑटोमेटेड रिपीट आइडेंटिफायर (एएआरटीआई) नाम से पूरी तरह से स्वचालित कम्प्यूटेशनल पाइपलाइन विकसित की और पीएसटीडीबी नामक एक जैविक डेटाबेस भी विकसित किया है। मेटाज़ोआ और विरिडिप्लंटाई से संबंधित पाइपलाइन 1706 पीढ़ी से 9006 क्लोरोप्लास्ट और माइटोकॉन्ड्रियल जीनोम अनुक्रमों पर प्रयोग की गया है। यह शोध शोधकर्ताओं को सामान्य, बहुरूपी और अद्वितीय माइक्रोसेटेलाइट्स के बारे में जानकारी की पहचान करने में मदद करेगा।सोनू ने पीएचडी के दौरान उच्च प्रभाव वाली पत्रिकाओं जैसे माइटोकॉन्ड्रियन और लाइफ साइंस एलायंस में अपने शोध पत्रों को प्रकाशित करवाया है।वर्तमान में सोनू इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी, नई दिल्ली में ट्रांसलेशनल बायोइनफॉरमैटिक्स ग्रुप में प्रिंसिपल प्रोजेक्ट साइंटिस्ट के रूप में कार्यरत हैं। डीन प्रो प्रधान पार्थसारथी के साथ बायोइन्फरमेटिक्स विभाग के संकाय सदस्यों प्रो. आरएस राठौर, डा. अजय कुमार सिंह, डा. कृष्ण कुमार ओझा, डा. दुर्गविजय सिंह, डा. विजय कुमार सिंह और डा. अनिल कुमार ने सोनू को बधाई दी हैं।

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