देवब्रत मंडल
गया जिले के नगर प्रखंड चंदौती के ग्राम हब्बीपुर के विद्वान शिक्षक पिछले कुछ महीने से गायब हो गए थे। परिजनों ने इनके घर वापसी की उम्मीद लगभग छोड़ दी थी लेकिन विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मियों के सहयोग से विद्वान शिक्षक दिनेश प्रसाद उर्फ दिनेश मिस्त्री अब अपने घर लौट जाएंगे। इनके घर वापसी की खबर सुनकर इनके परिजनों के साथ साथ गांव के लोगों ने भी विधिक सेवा प्राधिकार के पदाधिकारी एवं कर्मियों के प्रति आभार जताया है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने गुमशुदा पिता को अपने परिवार से मिलवाने में मददगार साबित हुआ है। गया के चंदौती थाना अंतर्गत हब्बीपुर गांव के रहने वाले दिनेश प्रसाद उर्फ दिनेश मिस्त्री इसी वर्ष 9 अक्टूबर को घर से बाजार के लिए निकले थे। जिसके बाद से घर वापस नहीं लौटे। दिनेश मिस्त्री भटकते भटकते असम पहुंच गए थे। बीते महीने 20 तारीख को असम के दरांग मंगलदई के जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव शताब्दी भुइयां ने इन्हें देखा तो दूरभाष पर गया जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अरविंद कुमार दास से संपर्क स्थापित किया। गुमशुदा दिनेश मिस्त्री उर्फ दिनेश प्रसाद के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इसके बाद गया जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अरविंद कुमार दास ने पारा लीगल वालंटियर व व्यवहार न्यायालय कर्मचारी के सहयोग से इनके घर का पता लगाया। इनके बेटे सुदर्शन शर्मा और पौत्र रोशन कुमार से संपर्क कर दोनों को प्राधिकार में बुलाया। गुरुवार को असम से उनके पिता को लाने के लिए दोनों के साथ रवाना किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि दिनेश प्रसाद एक विद्वान शिक्षक हुआ करते थे। गांव के कई लोग इनसे पढ़े लिखे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव घर में इनका मान आदर हुआ करता है लेकिन जब अचानक घर से निकल जाने के बाद गायब हो गए तो ग्रामीणों और परिजनों में तरह तरह की चर्चाएं होने लगी थी लेकिन अब जब गांव में यह खबर आई कि दिनेश मिस्त्री कुशल हैं और भटक कर असम चले गए थे जो अब जल्द ही घर लौटने वाले हैं तो घर, परिवार और गांव के लोगों में खुशी है।