गया। पूर्व मंत्री सह वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के हत्या के बाद गया में औरगाबाद के राजद सांसद अभय कुशवाहा ने कहा की जिस राज्य में पूर्व मंत्री के परिवार और घर सुरक्षित नहीं है। उस राज्य में कानून व्यवस्था कहा है। हमारे नेता तेजस्वी यादव हमेशा कहते रहे है और बिहार में कानून व्यवस्था पर आवाज उठाते रहे हैं। मगर एनडीए गठबंधन के जो लोग है, वह दूसरे रूप में ले लेते हैं। सवाल उठाते है बिहार की और बिहार की जो हालत और स्थिति है कानून व्यवस्था की उस पर सवाल उठाते है। एनडीए गठबंधन के जो लोग है वह 15 साल पीछे की बात करने लगते है अरे भाई जिस दौर में जिस तरह की घटना हो रही है। मुकेश सहनी जी के पिताजी की हत्या हुई और घर पे हुई इसकी जिसका निंदा जितना किया जाए कम है। राज्य की सरकार पूरी तरह से बिहार में कानून व्यवस्था कायम करने में विफल हो गई है। हमारे क्षेत्र में 13 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म होता है। आरोपी को और पीड़ित को पुलिस एक ही गाड़ी में लेकर जाती है। इस मामले को लेकर हमने कल एसएसपी साहब से कहा तो वह कह रहे है की नई नियुक्ति है। उस पर तो कारवाई होनी चाहिए। यह कारवाई का विषय बनता है। इसलिए हम यही कहेंगे की बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो गई है। सभी लोग बात बनाने में लगे हुए है और मुकेश सहनी के पिताजी की हत्या किस वजह से हुई सरकार इस बात की अभी तक पता नहीं लगा सकी है। सरकार कहती है जांच हो रहा है। जांच किस पर नही होती है कौन सा ऐसा विषय है जिस पर जांच नही किया है।
गया जिले के औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के डुमरिया प्रखंड के छकरबंधा गांव में औरंगाबाद सांसद अभय कुशवाहा पहुंचे। वहां उन्होंने पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या पर कानून व्यवस्था को लेकर निशाना साधा है। कहा कि सरकार पर बहुत बड़ा सवाल हैं, जो सरकार हमेशा बोलते रहती है कि बिहार में कानून व्यवस्था ठीक है तो हम यही कहना चाहेंगे कि जिस राज्य में किसी राज्य के पूर्व मंत्री के परिवार और उनका घर जब सुरक्षित नहीं है तो लॉ एंड ऑर्डर कहां है। एनडीए नेता 15 साल पहले की बात करने लगेंगे।हत्या किस कारण हुई है अभी तक पता नहीं कर सके है।सरकार के जांच के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि आने वाले समय में बिहार की आवाम इनको जांच कर लेंगे। अब मंगलराज है की क्या है यह साफ दिख रहा है और न घटनाएं हो रही है। 15 साल पहले जिसे जंगलराज कह रहे है वह जंगलराज नही था। वह व्यवस्था परिवर्तन करने की एक लड़ाई थी और मैं समझता हूं कि अगर वह लड़ाई नहीं होती तो आज जिस तरह का बिहार को देख रहे है, उस तरह का बिहार देखने को नहीं मिलता। भ्रष्ट्राचार का राज है और पूरी तरह कानून व्यवस्था इस सरकार में फेल है।