गया जिले के कोंच प्रखंड के ददरेजी बाजार में एक ऐसा नाटक खेला गया, जिसमें मुख्य किरदार थे – एक शराबी पति, एक साहसी पत्नी, और कानून के रखवाले।
रामप्रवेश चौधरी नाम के इस ‘शराबवीर’ ने सोचा होगा कि आज फिर वही पुरानी कहानी दोहराएंगे – पीएंगे, पत्नी को परेशान करेंगे, और सो जाएंगे। लेकिन उन्होंने यह नहीं सोचा था कि इस बार कहानी में एक ट्विस्ट आने वाला है!
जब रामप्रवेश अपने ‘शराबी अवतार’ में गली-मोहल्ले में तांडव मचा रहे थे, तब उनकी पत्नी ने एक ऐसा फैसला लिया, जिसने पूरे इलाके को चौंका दिया। उसने 112 डायल किया और पुलिस को अपने ‘प्यारे’ पति का स्वागत करने के लिए न्योता दे दिया।
पुलिस की गाड़ी की सायरन सुनते ही रामप्रवेश के पैरों तले से जमीन खिसक गई। जब उन्हें पता चला कि यह ‘सरप्राइज’ उनकी पत्नी की तरफ से है, तो उनके होश उड़ गए।
थानाध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि रामप्रवेश को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और उनके नाम से एक नया पता लिख दिया गया – केस नंबर 288/24, गया सेंट्रल जेल।
इस घटना ने साबित कर दिया कि अब महिलाएं चुप नहीं बैठेंगी। वे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएंगी, चाहे इसके लिए उन्हें अपने पति को ही क्यों न जेल भेजना पड़े।
तो अगली बार जब आप शराब पीने की सोचें, तो याद रखिए – कहीं आपकी पत्नी आपके लिए ऐसा ‘स्पेशल पैकेज’ न तैयार कर दे, जिसमें जेल की सैर भी शामिल हो!