देवब्रत मंडल
गया शहर के उत्तरी हिस्से में रामशिला पहाड़ की तलहटी में बने रामकुंड में डूब जाने से एक व्यक्ति की मौत की खबर रविवार को सामने आई थी। घटना रविवार को दोपहर बाद की बताई गई थी। घटना की जानकारी प्राप्त होते ही मृतक को तालाब से बाहर निकालने के लिए स्थानीय तैराक लग गए थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी। अंत में एसडीआरएफ की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया। सोमवार को एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मसक्कत के बाद शव को ढूंढ निकाला। सुबह करीब छः बजे से टीम शव को ढूंढने में जुट गई थी। इस टीम के गोताखोरों को मृतक की लाश तालाब के बीचोबीच मिला। 12 बजे के आसपास लाश तालाब के तल से निकाला गया। मृतक की पहचान सोनू(28) पिता रियाज़ के रूप में की गई है। जो कि वार्ड नं 05 के वारिस नगर मोहल्ले का निवासी था। वार्ड नं 05 के पार्षद जयप्रकाश सिंह यादव ने बताया कि मृतक के परिजनों द्वारा पुलिस से पोस्टमार्टम नहीं कराने का आग्रह किया। इसके बाद पुलिस परिजनों को सोनू का शव सौंप दिया। पार्षद श्री यादव ने बताया उन्होंने मृतक के परिजनों से पोस्टमार्टम हेतु शव को पुलिस को सौंपे जाने की सलाह दी लेकिन परिजन ऐसा करने से इंकार कर गए तो लाश को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। पार्षद ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा के रूप दिए जाने का प्रावधान है। यह बात परिजनों को बताया गया लेकिन लोग बात नहीं माने। बता दें कि रविवार को जब घटना की जानकारी लोगों तक पहुंची तो तालाब के पास लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई थी। स्थानीय तैराकों की मदद से व्यक्ति को बाहर निकालने की कोशिश की जाने लगी थी। वार्ड नं 06 के पार्षद प्रतिनिधि वसीम ने जिला प्रशासन से गोताखोर को भेजने की मांग की थी। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम पहुंची थी। घटना के बाद से आसपास के क्षेत्र में रह रहे लोगों में शोक की लहर है। वार्ड पार्षद श्री यादव ने सोनू के असामयिक निधन पर गहरा शोक जताया है।