देवब्रत मंडल
धनबाद | पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद रेल मंडल में रेलवे संपत्तियों की चोरी के मामले में एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए गिरोह के सरगना सहित कुल सात लोगों को चोरी की संपत्तियों के साथ गिरफ्तार किया है। गिरोह का मास्टरमाइंड रेलवे में कार्यरत एक निजी आउटसोर्सिंग कंपनी का कर्मचारी बताया गया है।
वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर RPF की एक विशेष टीम गठित की गई। यह टीम अनुराग मीणा (वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त) और सुरेश कुमार मिश्रा (सहायक सुरक्षा आयुक्त) के नेतृत्व में तथा धनबाद पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दी।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में शामिल हैं:
- राणा प्रताप पासवान (उम्र – 30 वर्ष), पिता – रामदेव पासवान, निवासी – गांधी रोड, धनसार, धनबाद (आउटसोर्सिंग कंपनी का कर्मचारी व गिरोह का मुखिया)
- सतीश कुमार (काल्पनिक नाम)
- आलोक कुमार (काल्पनिक नाम)
- छोटू कुमार सोनी उर्फ छोटकी मुर्गिया
- विनोद सोनी उर्फ बड़की मुर्गिया
इसके अतिरिक्त चोरी की रेल संपत्तियां खरीदने वाले दो रिसीवर प्रभुलाल और फेकू साव, दोनों धनसार थाना क्षेत्र के निवासी, को भी हिरासत में लिया गया है। आरपीएफ निरीक्षक अजय प्रकाश ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई गिरोह के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के उद्देश्य से की गई, जिसमें चोरी की गई रेल संपत्तियों की बरामदगी भी हुई है। मामले में आरपीएफ पोस्ट धनबाद में कांड संख्या 07/25 दिनांक 05.04.2025, धारा 3 RP (UP) ACT के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि जिन दो अभियुक्तों के नाम काल्पनिक रूप में दर्ज हैं, वे पूर्व में दर्ज कांड संख्या 01/25, दिनांक 05.04.2025, U/S 3 RP (UP) ACT में पहले से ही वांछित हैं। सभी आरोपियों को रेलवे न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।