दरभंगा, 13 नवंबर 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के दरभंगा से राज्य के लिए 12,100 करोड़ रुपये की लागत से तैयार विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में स्वास्थ्य, सड़क, रेल, और गैस नेटवर्क जैसी बुनियादी सुविधाएं शामिल हैं, जो राज्य के विकास को नई दिशा देंगे।
प्रधानमंत्री ने दरभंगा में बहुप्रतीक्षित एम्स (AIIMS) की नींव रखी, जिसे बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने वाला कदम बताया गया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल मिथिला, कोसी और तिरहुत क्षेत्रों के लोग बल्कि पश्चिम बंगाल और नेपाल के मरीज भी लाभान्वित होंगे।
स्वास्थ्य के प्रति सरकार की समग्र दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार की व्यापक दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए बताया कि स्वास्थ्य को लेकर उनकी सरकार “बीमारी से बचाव, सस्ता इलाज, छोटे शहरों में चिकित्सा सुविधाएं, और आधुनिक तकनीक का विस्तार” पर काम कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि देशभर में 1.5 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य केंद्र खोले गए हैं, जिससे लोगों को प्रारंभिक स्तर पर स्वास्थ्य समस्याओं का पता लगाने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत 4 करोड़ से अधिक मरीजों के मुफ्त इलाज का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस योजना ने गरीबों की चिकित्सा संबंधी चिंताओं को दूर किया है। इसके अलावा, 70 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के लिए नि:शुल्क इलाज की सुविधा भी शुरू की जा चुकी है।
एम्स दरभंगा – बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य केंद्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि दरभंगा में एम्स की स्थापना से राज्य के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में उल्लेखनीय सुधार होगा और यह स्वास्थ्य सेवाओं में एक नया अध्याय जोड़ेगा। उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है और अगले 5 वर्षों में 75,000 नई मेडिकल सीटें जोड़ी जाएंगी। इसके साथ ही, बिहार में मेडिकल शिक्षा का विकल्प क्षेत्रीय भाषा में भी उपलब्ध कराया गया है।
कनेक्टिविटी में सुधार के लिए सड़क और रेल परियोजनाओं का शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग और रेल परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिसमें अररिया-गलगलिया फोर लेन सेक्शन और कई रेल सेक्शन का गेज कन्वर्जन व दोहरीकरण शामिल है। इन परियोजनाओं से बिहार की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और राज्य में आवागमन सरल होगा।
मखाना उत्पादकों को नई पहचान
प्रधानमंत्री ने ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना के तहत मखाना उत्पादकों को लाभ पहुंचाने की बात कही। उन्होंने जानकारी दी कि मखाना अनुसंधान केंद्र को राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा और मखाना को जीआई टैग प्रदान किया गया है, जिससे इस क्षेत्र के किसानों को नई पहचान और बाजार में मजबूती मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार विकास के साथ विरासत को सहेजने के लिए भी संकल्पित है। उन्होंने बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के अपने प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य का विकास भारत की धरोहर के रूप में सुरक्षित रखना सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है।