देवब्रत मंडल
पूर्व मध्य रेलवे, मंडल धनबाद की रेसुब पोस्ट धनबाद ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। दिनांक 26/04/25 को मुखबिर से सूचना मिली कि ट्रेन संख्या 13351 अलेप्पी एक्स्प्रेस से बड़ी संख्या में नाबालिग बच्चों को बाल श्रम कराने के लिए ले जाया जा रहा है। आरपीएफ धनबाद पोस्ट के निरीक्षक प्रभारी अजय प्रकाश ने बताया कि इस सूचना पर वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त के निर्देशन में एक स्पेशल टास्क टीम गठित की गई, जिसमें वे स्वयं, उप-निरीक्षक मनीषा कुमारी, उप-निरीक्षक आभाष चन्द्र सिंह, स०उ०नि० अभिमन्यु सिंह और अन्य स्टाफ शामिल थे। टास्क टीम ने प्लेटफार्म 07 पर पहुंचकर जांच की और पाया कि 15 मजदूरों के गिरोह में पांच नाबालिग बच्चे, 09 बालिग मजदूर और एक मजदूर के मुंशी मो० नूर इस्लाम मौजूद थे। मो० नूर इस्लाम को गिरफ्तार कर लिया गया और पांचों नाबालिग बच्चों को मुक्त करा लिया गया। मुंशी मो० नूर इस्लाम ने बताया कि चेन्नई स्थित एक कंपनी ने जोखिमपूर्ण काम के लिए मजदूरों की मांग की थी, जिसके लिए प्रति व्यक्ति 2000/- देने की बात कही गयी थी। अधिक मजदूरों की मांग होने के कारण 05 नाबालिग बच्चों के अभिभावक के सहमति के बिना पैसों का लालच देकर ले जा रहा था तथा आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर उनका उम्र भी बढ़ा दिया। सभी मजदूर वनांचल एक्सप्रेस से सुबह में धनबाद पहुंचे तथा जनरल टिकट लेकर अलेप्पी एक्सप्रेस से तमिलनाडु ले जाने वाले थे। उक्त समूह में 05 लड़के शारीरिक बनावट से नाबालिग प्रतीत हो रहे थे, जिनके आधार कार्ड का सत्यापन क्षेत्रीय आधार सेवा केंद्र से करवाया गया तो आधार कार्ड संख्या तीन के आधार दर्ज विवरण गलत पाया गया तथा जन्मतिथि तीन तीन वर्षों का अंतर पाया गया। फर्जी तथा सही आधार कार्ड को विधिवत जब्त किया गया। नाबालिग बच्चों से बाल श्रम कराने हेतु ले जाने वाले नूर इस्लाम को गिरफ्तार किया गया तथा नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू कर चाइल्डलाइन को सुपुर्द किया गया। उप निरीक्षक मनीषा कुमारी के द्वारा दिए गए लिखित शिकायत पत्र के साथ गिरफ्तार अभियुक्त को GRP/DHN अग्रसारित किया गया, जहां पर कांड संख्या 28/25 दिनांक 26/04/25 U/S 143(5), 318(4), 338, 339 BNS, 75, 81 JJ Act दर्ज किया गया तथा जांच का भार अवर निरीक्षक कैलाश प्रसाद को दिया गया। इस मामले में आगे की जांच जारी है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूर्व मध्य रेलवे, मंडल धनबाद की इस कार्रवाई से बाल श्रम के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता मिली है।