धार्मिक उत्साह और युवा उमंग का मिलन – गया के रघवाचक गांव में सात दिवसीय श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ का भव्य शुभारंभ

Deepak Kumar

Updated on:

गया जिले के फतेहपुर प्रखंड के रघवाचक गांव में रविवार को सप्तदीवसीय भव्य श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। सुबह से ही गांव में धार्मिक उत्साह का माहौल बना रहा। हजारों की संख्या में श्रद्धालु विशाल कलश यात्रा में शामिल होने उमड़ पड़े।

कलश यात्रा रघवाचक गांव से शुरू होकर धरहरा कलां, चपरी, कोसमहार और पतेया गांव से होते हुए देवठिका गांव स्थित विशाल नदी घाट पर पहुंची। रास्ते भर श्रद्धालुओं ने जयकारे लगाए और भजन-कीर्तन किए। घाट पर पहुंचकर महिलाओं ने नदी से जल भरा और फिर रघवाचक गांव स्थित मंदिर परिसर में लौट आईं।

इसके बाद शाम को सात दिवसीय महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। इस दौरान मंदिर परिसर से लेकर गांव के आसपास के इलाकों में डीजे पर “जय श्री राम” के नारे गूंजने लगे। आधुनिक और पारंपरिक का यह मिश्रण देखने लायक था। युवाओं ने खासा उत्साह देखने को मिला।

इस कलश यात्रा के दौरान समुदाय की एकता का भी नजारा देखने को मिला। पूर्व मुखिया मिथलेश यादव ने बतौर समाजसेवी अपनी ओर से श्रद्धालुओं के लिए शरबत का इंतजाम किया। लोगों ने इसकी काफी सराहना की।

यज्ञ से पूरे क्षेत्र की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान मिलने की उम्मीद है। ऐसे धार्मिक समारोहों से समुदाय में एकता और आध्यात्मिकता को भी बढ़ावा मिलता है। अगले सात दिनों तक गांव में यज्ञ कार्यक्रमों का दौर चलेगा। इस कलश यात्रा के दौरान क्षेत्र संख्या 42 जिला पार्षद वीरेंद्र साव, क्षेत्र संख्या 40 के जिला पार्षद प्रेम कुमार , समाजसेवी मुखिया रविंद्र यादव , डॉ. परशुराम यादव, गोपाल यादव, युवा समाजसेवी छोटू यादव ,रंजीत शर्मा, धर्मेंद्र शर्मा , गुरुकुल संस्था के नरेश भारती समेत क्षेत्र के सैकड़ो गणमान्य लोगो के अलावा हजारों की संख्या में महिलाए एवं पुरुष शामिल हुए।

Leave a Comment