इस न्यूज को शेयर करें

सीयूएसबी में केन्द्रीय बजट 2024 पर पैनल चर्चा

टिकारी संवाददाता: केंद्रीय बजट 2024 बिहार में बहार की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। इससे प्रांत का चौतरफा  विकास होगा। उक्त बातें सीयूएसबी में आयोजित बजट पर पैनल चर्चा के दौरान कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट ने बिहार राज्य को ढ़ेरों सौगात दी है। केंद्रीय बजट में गया तथा बोधगया के विकास के लिए किए गए घोषणाओं से समस्त मगध क्षेत्र का विकास होगा। विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं व्यावसायिक अध्ययन विभाग तथा आर्थिक अध्ययन एवं नीति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में केंद्रीय बजट पर आयोजित पैनल चर्चा में कुलपति ने कहा कि इस बजट में किसान, मजदूर, महिला, निर्धन, युवा के साथ – साथ समाज के हर वर्ग के हितों का ध्यान रखा है। वंही कृषिगत वृद्धि की माध्यम से रोजगार का सृजन इस बजट की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

कुलपति ने कहा कि यह बजट अमृतकाल कालखंड का सुनहरा बजट है जिसके साकारत्मक प्रभाव आने वाले समय में दिखाई देंगे।  पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि पैनल चर्चा में कार्यक्रम समन्वयक डा. पावस कुमार ने बजट के मुख्य-बिंदुओं को साझा किया। प्रो. ब्रजेश कुमार ने इन्फ्लेशन, इन्वेस्टमेंट एंड एनर्जी सिक्योरिटी विषय पर अपने विचार प्रकट हुए कहा कि इस बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है। बजट में विशेष तौर पर बाढ़ नियंत्रण के उपायों, सड़क, पुल तथा ओवरब्रिज निर्माण आदि पर काफी अनुदान दिया गया विकास को एक नई दिशा प्रदान करेगा। मुद्रा लोन योजना की राशि को 10 लाख से बढाकर 20 लाख बढ़ाने से छोटे कारोबारियों को अपना व्यवसाय शुरू करने में प्रोत्साहन मिलेगा।

इस बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 3 करोड़ भवनों के निर्माण, रोजगार गारंटी, उच्च जीवन स्तर सुनिश्ति करने के आश्वासन के साथ- साथ उद्योग जगत और अनुसन्धान छेत्र के लिए काफी अनुदान दिया गया है जो सरकार की विकासवादी निति को आगे बढ़ाने का प्रमाण है। इसके अलावे चर्चा में प्रो. कृष्णन चालिल ने इंफ्रास्ट्रचर एंड अर्बन डेवलपमेंट, प्रो. आर.के. कुंभार ने एजुकेशन, एम्प्लायमेंट एंड स्किलिंग तथा डा. राजनारायणन ने इन्क्लूसिव एचआरडी एंड सोशल जस्टिस विषय पर बजट के परिदृश्य में अपने विचार साझा किया। कार्यक्रम में चर्चाकर्ताओं डा. फिरदौस फातिमा रिजवी, डा. आतिश कुमार दाश, डा. रचना विश्वकर्मा, डा. प्रदीप राम, डा. पावस कुमार, रेनू राय आदि ने भाग लिया।

    Categorized in:

    MAGADH, NATIONAL,

    Last Update: July 25, 2024