देवब्रत मंडल

रविवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में जिला परिषद के अध्यक्ष नैना देवी एवं उपाध्यक्ष डॉ शीतल प्रसाद यादव द्वारा गया जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में सभी सीएचसी, सदर अस्पताल में ब्रेस्ट फीडिंग कॉर्नर (स्तन पान सेंटर) के लिए 10X10 का एल्युमीनियम पार्टीशन के माध्यम से स्थापना किए जाने की योजना को लेकर इसमें घोटाले की बात कही थी। उपाध्यक्ष श्री यादव ने बताया था कि इस योजना के तहत किसी भी अस्पताल में इसका निर्माण नहीं कराया गया है। जबकि भुगतान भी हो चुका है। अब इसी मामले को लेकर डीएम ने त्वरित कार्यवाही शुरू करते हुए त्रिसदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। ये श्री यादव द्वारा उठाए गए सवाल का यह असर है। श्री यादव ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए मामले को मीडिया के सामने इस घोटाले को लाते हुए कहा था कि यह आश्चर्य की बात है कि जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा बगैर इसका निर्माण कराए ही इस मद की राशि का भुगतान भी कर दिया गया। श्री यादव ने इस मामले की मगध प्रमंडलीय आयुक्त व जिला पदाधिकारी से जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की थी।
सोशल मीडिया पर खबर आने के कुछ घन्टे बाद ही डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने इसके जांच के आदेश दे दिए हैं। जिप उपाध्यक्ष ने इसके लिए डीएम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि आशा करते हैं कि इसके लिए जो भी लोग दोषी पाए जाते हैं तो बहुत जल्द ही उनपर कड़ी कार्रवाई होगी।
डीएम ने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया पर राज्य स्वास्थ्य समिति गया द्वारा अस्पतालों में बिना कार्य के राशि निकासी संबंधित मामले की खबर प्रसारित हो रही है। जिला पदाधिकारी गया डॉ. त्यागराजन एसएम ने त्वरित संज्ञान लेते हुए अस्पतालों में बिना कार्य हुए राशि निकासी की जांच हेतु त्रि-सदस्यीय कमेटी का गठन करते हुए तीन दिनों के अंदर जांच करते हुए जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस कमेटी में उप-विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता विभागीय जांच एवं अनुग्रह नारायण मगध मेडीकल अस्पताल के अधीक्षक को नामित किया है।