✍️देवब्रत मंडल
गया शहर के एक निजी विद्यालय के एक दर्जन बच्चों की अचानक तबियत खराब हो गई। जिसे पुलिस की डायल 112 के वाहन से इलाज के जेपीएन अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के बाद सभी बच्चों का स्वास्थ्य ठीक है।
अचानक हुई इस घटना के बाद यह खबर आग की तरह फैल गई। बताया गया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के संत कबीर एकेडमी के वर्ग छह के छः छात्र अचानक बेहोश हो गए। करीब सात बच्चों को खांसी होने लगी। इसके बाद स्कूल में अफरातफरी का माहौल बन गया। स्थिति को देखते ही किसी ने डायल 112 को सूचना दी।
इसके बाद 112 के वाहन से सभी बीमार बच्चों को जयप्रकाश नारायण अस्पताल ले जाया गया। इस संबंध में कोतवाली पुलिस मामले की छानबीन शुरू कर दी है। वहीं स्कूल के प्राचार्य ने मीडिया को बताया कि उनके विद्यालय के कक्षा छः का एक छात्र विद्यालय आ रहा था। इसी बीच उसका स्कूल बैग ऑटो से नीचे गिर गया। तब ही एक बाइक पर सवार दो लोग बच्चे का बैग उठा लिया।
इसके बाद बच्चा को जब बैग दिया गया तो इसके पहले ही बाइक सवार लोग बच्चे के स्कूल बैग को खोलकर कुछ रखकर लौटा दिया। प्राचार्य ने बताया कि छठी घंटी में जिस विषय की पढ़ाई होनी थी तो उस बच्चे ने बैग खोलकर अपनी पुस्तक और कॉपी निकाली। कॉपी को खोला तो बैलून जैसा कुछ निकला। जिसे फुलाकर उड़ाने के बाद ही कुछ अजीब सी गंध आने लगी।
जिससे वर्ग छह के करीब एक दर्जन छात्र में से कुचको खांसी और कुछ बेहोश होने लगे। इसके बाद पुलिस सभी बच्चों को अस्पताल ले गई। उन्होंने बताया कि बच्चे के बैग में किसने क्या रखा। इसका उन्हें जानकारी नहीं। वहीं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि जिसके गंध से बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी थी, उसकी जांच कराई जा रही है।
फिलहाल सभी बच्चे स्वस्थ हैं। इस घटना की जानकारी प्राप्त होते ही इस स्कूल के कई छात्रों के अभिभावक स्कूल पहुंचे। सभी चिंता और विस्मय भरे अंदाज में कहते सुने गए कि आखिर स्कूल के बच्चे अचानक बीमार और बेहोश क्यों होने लगे थे। फिलहाल मामला जांच का है।