न्यूज डेस्क/14 अगस्त 2024: भारत की आजादी की 77वीं वर्षगांठ से एक दिन पहले, आज पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू जंक्शन) पर एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण देखने को मिला। ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के अवसर पर यहां एक विशेष फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जो देश के बंटवारे की त्रासदी और उससे उपजी पीड़ा को दर्शाती है।
सुबह 10 बजे, मंडल रेल प्रबंधक श्री राजेश गुप्ता ने फीता काटकर इस एकदिवसीय प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में उपस्थित लोगों की आंखों में भावुकता साफ झलक रही थी। प्रदर्शनी में लगी तस्वीरें मूक होकर भी बहुत कुछ कह रही थीं। एक तस्वीर में विस्थापित लोगों का एक समूह अपने सामान के साथ रेलवे प्लेटफॉर्म पर बैठा दिखाई दे रहा था, जबकि दूसरी में एक बुजुर्ग महिला अपने घर की ओर अंतिम बार देखती नजर आ रही थी। हर तस्वीर विभाजन की त्रासदी की एक अलग कहानी बयां कर रही थी।
प्रदर्शनी में रेलकर्मियों, यात्रियों और स्थानीय नागरिकों की उल्लेखनीय भागीदारी देखी गई। कई लोग तस्वीरों के सामने रुककर उन्हें गौर से देखते और अपने साथियों से चर्चा करते नजर आए।
एक वरिष्ठ नागरिक, जिन्होंने विभाजन के दौर को देखा था, ने भावुक होते हुए कहा, “ये तस्वीरें मुझे उन कठिन दिनों की याद दिलाती हैं। लेकिन साथ ही, ये हमारे देश की एकता और सहनशक्ति का भी प्रतीक हैं।” एक युवा छात्र ने टिप्पणी की, “मैंने विभाजन के बारे में केवल किताबों में पढ़ा था, लेकिन आज इन तस्वीरों को देखकर उस दर्द को महसूस कर पा रहा हूं।”
रेल प्रशासन के एक प्रवक्ता ने बताया, “इस प्रदर्शनी का उद्देश्य न केवल इतिहास को याद करना है, बल्कि भविष्य के लिए सीख लेना भी है। हम चाहते हैं कि युवा पीढ़ी देश की एकता और अखंडता के महत्व को समझे।” उन्होंने आगे कहा, “यह प्रदर्शनी विभाजन का दंश झेलने वाले लोगों के प्रति सम्मान व्यक्त करने का भी एक माध्यम है। साथ ही, यह हमें याद दिलाती है कि हमने किन कठिनाइयों को पार करके अपने देश को आगे बढ़ाया है।”
यह प्रदर्शनी न केवल एक ऐतिहासिक घटना की याद दिलाती है, बल्कि वर्तमान और भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी देती है। यह हमें याद दिलाती है कि एकता में ही हमारी शक्ति है, और हमें अपने इतिहास से सीखकर एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ना है। डीडीयू जंक्शन पर लगी यह प्रदर्शनी एक दिन के लिए थी, लेकिन इसका प्रभाव लंबे समय तक लोगों के मन-मस्तिष्क पर रहेगा, यह उम्मीद की जा रही है।