देवब्रत मंडल

गया नगर निगम के द्वारा जिस ऐजेंसी को शहर के बड़े नालों की सफाई की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उस एजेंसी के द्वारा कराए जा रहे नालों की सफाई के कार्य की गति काफी धीमी देखने को मिल रही है। यदि इसी गति से काम होता रहता है तो ये तय मानिए कि शहर के कई मोहल्ले में रहने वाले लोगों से लेकर सड़क पर चलने वालों की दुर्गति होने से कोई नहीं बचा सकता है। Magadhlive की टीम गया नगर निगम के वार्ड नं 06 में नालों की साफ सफाई का हालचाल लेने के लिए निकली तो जो सामने दिखाई दिया। उससे यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि मॉनसून के दौरान यहां रहने वाले लोगों के समक्ष समस्या आएगी ही आएगी।
वार्ड का भौगोलिक बनावट भी अजीब है इस वार्ड का
इस वार्ड का भौगोलिक बनावट भी अजीब है। रामशिला पहाड़ के तलहटी में बसे कई मोहल्ले हैं। जहां रहने वाले लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी नालियों से होकर बड़े नालों से मिलती है। जिसकी सफाई में एजेंसी विशेष कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।
सीन नंबर -1

टीम बागेश्वरी गुमटी से निकल कर बमबाबा मोहल्ले में पहुंचती है तो यहां गहलौत भवन के पास नाली बजबजा रही थी। इसी मोहल्ले में एक और नाली जो बागेश्वरी रोड के बड़े नाला में मिलता है वो भी भरा हुआ पाया गया। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि अभी नाली सफाई का काम शुरू नहीं किया गया है। बरसात में तो घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा।
सीन -2

इसके बाद magadhlive की टीम बागेश्वरी रोड से होते हुए बागेश्वरी मंदिर के समीप जब पहुंची तो देखा गया कि एक पुलिया के नीचे बड़े नाला से उपर झापर कचरा निकाला गया है लेकिन इस पुलिया के नीचे नाला का दूसरा सिरा जाम है। जहां कचरे का ढेर होने के कारण पानी नही बह सकता था।
सीन-3
इसके आगे जब पहुंचे तो संजय नगर मोहल्ले में देखा गया कि यहाँ नाली की सफाई नहीं हुई है। इसके आगे गांधी मोड़, शहीद स्कूल होते हुए रामशिला मोड़ से होते हुए पारो चौधरी की गली तक बड़े नाला की सफाई शुरू ही नहीं किया जा सका है।

स्वच्छता पदाधिकारी ने कॉल रिसीव नहीं किया
इस संबंध में आधिकारिक तौर पर जानकारी प्राप्त करने के लिए स्वच्छता पदाधिकारी शुभम कुमार के मोबाइल नंबर पर कॉल किया लेकिन उन्होंने कॉल को रिसीव नहीं किए।
वार्ड पार्षद ने कहा- 5% भी कार्य नहीं हुआ

इस संबंध में जब वार्ड नं 06 की पार्षद रफिया गजाला से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उनके वार्ड में नाले की सफाई का कार्य पांच प्रतिशत भी नहीं हुआ है। मॉनसून सर पर है। यदि बड़े नालों की सफाई कार्य की यही गति रही तो वार्ड की जनता के साथ साथ शहर के लोगों की भी मुश्किलें बढ़ जाएगी।