नालों की सफाई व्यवस्था से नाराज नगर आयुक्त ने लिया कड़ा एक्शन, जुर्माना, वेतन बंद और पदमुक्त

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

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समीक्षा बैठक करते नगर आयुक्त

नगर आयुक्त कुमार अनुराग द्वारा शहर में नगर निगम द्वारा की जा रही है नालों की सफाई की समीक्षा की गई। समीक्षा में स्वच्छता पदाधिकारी मौजूद रहे। साथ में ही, वैसे वार्डों के जमादारों को बैठक में बुलाया गया था जिनकी नाला सफाई में प्रगति सबसे खराब है। एजेंसी के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित थे जिनको मानव बल उपलब्ध कराने हेतु चयन किया गया है।

जल जमाव को स्वाभाविक बताया गयाइससे निबटने के उपाय

स्वच्छता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि कल दो घंटे के अवधि में काफी तेज वर्षा हुई। इसके बावजूद सभी मुख्य पथों एवं स्थानों से जल जमाव दो घंटे के अंदर हट गया। नगर आयुक्त द्वारा कहा गया कि तेज वर्षा के कारण ये स्वाभाविक है कि जल जमाव हो सकता है परन्तु ये नगर निगम का दायित्व है कि कहीं भी बारिश के बाद जल जमाव की स्थिति बनी नहीं रहे एवं एक घंटे के अंदर सीवर एवं नालों से होते हुए पानी को निकासी हो जाए। इसको सुनिश्चित करने के लिए ये महत्वपूर्ण है कि नालों की सफाई अच्छे तरह से हो और जो क्रिटिकल पॉइंट्स है वहां पे अभियंताओं एवं स्वच्छता पदाधिकारी का दायित्व है कि स्वयं ध्यान दिया जाए कि क्या उपाय किए जा सकते है जिस से की जल जमाव की स्थिति उत्पन्न न हो।

चार सदस्यीय कमेटी गठित, 24 घन्टे में प्रतिवेदन मांगा गया

शहर के प्रमुख स्थान जहां वर्षों से जल जमाव होता आया है जैसे कि निगम कार्यालय एवं कलेक्ट्रेट परिसर, वहां के लिए चार सदस्य कमेटी का गठन किया गया जो भौगोलिक दृष्टि को ध्यान में रखते हुए 24 घंटे के अंदर प्रतिवेदन समर्पित करेंगी सुझाव को लेकर जिस से की इन सब स्थानों में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न न हो। साथ में ही, QRT (Quick Response Team) का गठन किया गया है जो दोनों पालियों में निरंतर अपना कार्य करेगी और शहर के वैसे स्थानों जहां पे जल निकासी को लेकर समस्या आ रही है, वहां पर मशीन एवं मानव बल के माध्यम से जल निकासी हेतु कार्य करेगी।

इन वार्डों में सफाई की स्थिति अच्छी नहीं, हुआ एक्शन

समीक्षा में पाया गया है कि कुल 14 वार्डों में नालों की सफाई की स्थिति अच्छी नहीं है। सभी वार्ड जमादारों से उपरोक्त की समीक्षा की गई एवं पाया गया कि जमादारों का प्रवेक्षण संतोषजनक नहीं है। नगर आयुक्त द्वारा वार्ड 41, 44, 06, 43, 46,15, 35, 27, 11, 39, 26, 38, 17 एवं 37 के वार्ड जमादारों का वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया। निर्देश दिया गया कि जब तक कार्य में तेजी नहीं आ जाती है तब तक इन सभी का वेतन स्थगित रहेगा। सभी सफाई प्रवेक्षकों को अगले चार दिनों में प्रगति प्रतिवेदन के साथ पुनः समीक्षा के लिए बुलाया गया है। साथ ही, वार्ड 37 के सफाई जमादार पर करवाई करते हुए उन्हें तत्काल पद से हटाने का निर्देश दिया है। समीक्षा में पाया गया कि न ही वह कार्यों में रुचि ले रहे है और न ही बैठक में आते हैं। कार्य में उनकी प्रगति नगण्य है।

चेतावनी के साथ लगाया गया पेनाल्टी

नगर आयुक्त ने सभी सफाई जमादारों से कहा कि पूरे वार्ड की सफाई की मूल जिम्मेदारी आपकी है एवं अगर आपके द्वारा कार्य में कोताही बरती जाती है तो पूरे वार्ड में गंदगी की स्थिति बनी रहती है। कार्यों को लेकर सजग बने और निरंतर कार्यों का प्रवेक्षण करें। अगर यही स्थिति बनी रही, तो वैसे जमादारों को पद से मुक्त कर उन वार्डों के सफाई के प्रवेक्षण का कार्य अन्य को दिया जायेगा। साथ में ही, एजेंसी जिसको मानव बल हेतु निगम के द्वारा रखा गया था, के इकरारनामा के शर्तों के हिसाब से 50,000 रुपए का पेनल्टी लगाया गया।

देवब्रत मंडल

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