देवब्रत मंडल

डीएम के औचक निरीक्षण में सीओ सहित कई पदाधिकारी व कर्मचारी अनुपस्थित मिले, वेतन भुगतान पर रोक, सभी से स्पष्टीकरण मांगा
गया जी के ज़िला पदाधिकारी शशांक शुभंकर मंगलवार की सुबह 10:30 बजे प्रखंड कार्यालय सदर(चंदौती) पहुंच गए। यहां उन्हें समय पर न तो अंचलाधिकारी मिले और न कोई राजस्व कर्मचारी। कई पदाधिकारियों व अमीन से लेकर कई लिपिक अनुपस्थित।कार्यालय में जो कर्मचारी समय से पहुंच चुके थे, उनकी किस्मत अच्छी थी कि यहां डीएम के आने के पहले वे पहुंच गए थे। अंचल कार्यालय में अचानक से डीएम का पहुंचना और औचक निरीक्षण करना एक सामान्य प्रक्रिया नहीं कही जा सकती है। कहीं न कहीं से डीएम को यहां लंबे समय से चल रहे अनियमितता और पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के समय से कार्यालय नहीं पहुंचने की शिकायतें मिली होगी, तभी डीएम शशांक शुभंकर औचक निरीक्षण करने चले आए। कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराने और लेट लतीफी की आदतों में व्यवहारिक रूप से सुधार करने के उद्देश्यों से डीएम का यह औचक निरीक्षण के कई निहितार्थ हो सकते हैं।
अंचल कार्यालय में सीओ सहित अन्य ये सभी कर्मी गायब मिले
डीएम सर्वप्रथम अंचल कार्यालय के निरीक्षण करना शुरू किए तो अंचलाधिकारी के साथ-साथ सभी राजस्व कर्मचारी एवं अंचल के प्रधान लिपिक रीता कुमारी, उच्च लिपिक श्याम दास, उच्च लिपिक अशोक कुमार सिंह, निम्न लिपिक शिव शंकर दास, निम्न लिपिक मंजीत कुमार, उर्दू अनुवादक मो० रामदास अहमद, रानू गुप्ता अमीन, सौरव कुमार अमीन, स्वेता कुमारी अमीन, नवीन कुमार संविदा अमीन, प्रणव अली अमीन सहित दो कार्यालय परिचारी अनुपस्थित मिले। ऐसा पाकर डीएम स्वयं को कुछ देर के लिए हतप्रभ रह गए कि आखिर ये सब कब से चल रहा है। जिसके कारण आम नागरिकों को किस प्रकार की परेशानियां हो रही होगी।
आम नागरिक की तरह आरटीपीएस काउंटर पर लाइन में खड़े हो गए, कर्मचारी एवं नागरिकों से पूछे सवाल

इसके बाद डीएम आरटीपीएस काउंटर पर पहुंच गए। लाइन में एक आम नागरिक की तरह खड़े हो गए। यहां औचक निरीक्षण करते हुए उन्होंने उपस्थित लोगों से जानकारी ली कि किस काम के लिए आप यहां आए हैं। लोगों से ये भी पूछा कि आवेदन जमा करने के लिए एप्लीकेशन फॉर्म कहां से प्राप्त किए हैं। इसके अलावा अन्य कुछ आदि की भी जानकारी प्राप्त की। जिला पदाधिकारी ने यहां कार्यरत कर्मियों से आवश्यक जानकारी से संबंधित बातों को काउंटर के बाहर दीवार पर चिपकाने का निर्देश दिया है ताकि लोगों को जरूरी जानकारी मिल सके। पिछले एक सप्ताह में आरटीपीएस पर कितने आवेदन प्राप्त हुए हैं उनमें से कितने का निष्पादन हुआ, इसकी भी जानकारी ली।
पैदल ही घूम घूमकर करने लगे एक एक कार्यालय का निरीक्षण, अगले आदेश तक वेतन भुगतान बंद
डीएम पैदल ही घूम-घूमकर सभी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इसके बाद बाल विकास परियोजना कार्यालय (सीडीपीओ) का निरीक्षण किया तो पाया कि सीडीपीओ सदर भी अनुपस्थित हैं। प्रखंड कृषि कार्यालय में कृषि पदाधिकारी अनुपस्थित थे। सांख्यकी कार्यालय में ये साहेब भी अनुपस्थित। प्रखंड कल्याण पदाधिकारी स्तावक्षि, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी रंजीत सवर्था, प्रखंड सांख्यकी पदाधिकारी अशोक कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी छोटे लाल चौधरी, प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा जय प्रकाश कुमार, मनरेगा के कनिय अभियंता, प्रखंड के कनीय अभियंता भी अनुपस्थित पाए गए। ज़िला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मचारियों से स्पष्टीकरण पूछा है साथ ही अगले आदेश तक वेतन भुगतान को बंद करने का आदेश दिया है।
लोगों ने डीएम को बताया राजस्व कर्मचारी आम लोगों के फोन कॉल रिसीव नहीं करते और न तो कार्यालय में ही मिलते
प्रखंड कार्यालय में अपने काम से आये कुछ आवेदकों को देख डीएम ने बारी बारी से उनकी समस्याओं को सुना। ज्यादातर मामला था कि राजस्व कर्मचारी अपने हल्का में या अंचल कार्यालय में नही मिलते हैं और न ही कॉल रिसीव करते हैं। डीएम ने अंचलाधिकारी नगर को सख्त निर्देश दिया है कि राजस्व कर्मचारी अपने रोस्टर के अनुसार हल्का एवं अंचल कार्यालय में बैठे साथ ही रोस्टर को कार्यालय नोटिस बोर्ड में प्रदर्शित करवाये।

समय पर कार्यालय में उपस्थित रहने का निर्देश, कहा-ये सब बर्दाश्त नहीं
डीएम ने सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को अपने कार्यालय में निर्धारित समय में हर हाल में उपस्थित होने का सख्त निर्देश दिया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा आमजनों की समस्याओं को समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि समय पर कार्यालय नहीं आने से जनता का काम नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में ये सब बर्दास्त नही किया जाएगा। निरीक्षण के क्रम में डीएम के साथ इस जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी नगर साथ थे।