रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना की गलती, अभ्यर्थियों में निराशा और हताशा

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

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स्रोत:इंटरनेट

पूर्व मध्य रेलवे के रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना ने कनीय अभियंता (ट्रेक मशीन) के 94 रिक्तियों के लिए परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा परिणाम जारी होने पर अभ्यर्थियों ने पाया कि अधिसूचना में वर्णित मेघा सूचकांक फार्मूला का पालन नहीं किया गया था।

अधिसूचना और परीक्षा परिणाम

  • अधिसूचना संख्या- आर आर सी/ईसीआर/एच आर डी/भर्ती/जीडीसीई/2023, दिनांक 16.08.2023 के अनुसार पात्रता की शर्तें, चयन पद्धति एवं रिक्तियों का विवरण दिया गया था।
  • 10.01.2025 को परीक्षा हुआ और 19.06.2025 को परीक्षा परिणाम जारी किया गया।

अभ्यर्थियों की प्रतिक्रिया

  • परीक्षा परिणाम जारी होते ही वैसे अभ्यर्थियों में निराशा और हताशा फैल गई जिन्होंने अधिसूचना के अनुसार तैयारी की थी।
  • अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया के संज्ञान में लाया, जिन्होंने रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना के अध्यक्ष सी.एस. आजाद से जानना चाहा कि परीक्षा परिणाम में मेघा सूचकांक फार्मूला का पालन किया गया है?

अध्यक्ष की प्रतिक्रिया

  • अध्यक्ष सी.एस. आजाद ने गोल मटोल जबाब दिया और कहा कि विभिन्न विभागों के रिक्तियों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया गया है।
  • जब परीक्षा परिणाम तैयार करने में की गई गलती को सोशल मीडिया ने रेल पटल पर लाया और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं महानिदेशक कार्मिक के संज्ञान में लाया तो अध्यक्ष अभ्यर्थियों के सामने सफाई पेश करने लगे कि उन्होंने परीक्षा बहुत ही ईमानदारी से लिया है और परीक्षा लेने वाली और परिणाम तैयार करने वाली एजेंसी से गलती हुई है।

आगे की कार्रवाई

  • अब देखना यह है कि रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना अपनी गलती को सुधारता है और मेघा सूचकांक फार्मूला के आधार पर परिणाम घोषित करता है या नहीं।
  • अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना अपनी गलती को सुधारेगा और उन्हें न्याय मिलेगा।
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