देवब्रत मंडल

राजस्व कर्मचारी सन्नी कुमार डोभी अंचल कार्यालय में कार्यरत थे को गया के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने 4 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित कर दिया है। यह जानकारी डीएम को एक ऑडियो रिकॉर्डिंग से मिली है, जिसमें सन्नी कुमार पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है।
ऑडियो की सत्यता की हुई जांच में पुष्टि
ऑडियो की सत्यता की जांच के बाद डीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सन्नी कुमार को निलंबित कर दिया और अग्रतर कार्रवाई शुरू कर दी है। जो कथित तौर पर दाखिल-खारिज में लापरवाही बरतने के आरोप है। यह कार्रवाई एक आवेदक की शिकायत के बाद की गई, जिसमें आरोप लगाया गया था कि राजस्व कर्मचारी ने जमीन के दाखिल-खारिज में अनियमितता बरती है।
मामले की जांच और कार्रवाई
– जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता राजस्व से मामले की जांच कराई।
– जांच में पाया गया कि राजस्व कर्मचारी और तत्कालीन अंचलाधिकारी ने जानबूझकर उक्त म्यूटेशन में लापरवाही बरती।
– राजस्व कर्मचारी ने खेसरा सत्यापन के लिए मापी का मंतव्य भी दिया था, लेकिन तत्कालीन राजस्व पदाधिकारी ने उस पर ध्यान नहीं दिया।
– जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्व कर्मचारी को निलंबित कर दिया।
निलंबन की वजह
– दाखिल-खारिज में लापरवाही बरतना।
– जानबूझकर उक्त म्यूटेशन में अनियमितता बरतना।
– खेसरा सत्यापन के लिए मापी का मंतव्य देने के बावजूद तत्कालीन राजस्व पदाधिकारी ने ध्यान नहीं दिया।
यह कार्रवाई सरकारी कार्यालयों में जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए की गई है। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।