देवब्रत मंडल

बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी गई है। चुनाव को लेकर शराब माफिया सड़क मार्ग को छोड़ कर रेलमार्ग से शराब लाना सुरक्षित समझने लगे हैं। वैसे भी ट्रेन से लाई गई शराब गया जंक्शन पर कई बार बरामद किए गए हैं। कुछ मामलों में गिरफ्तारियां भी हुई है लेकिन अधिकतर लावारिश हालात में ही बरामद किए गए हैं। चुनाव के मद्देनजर इस बार रेलवे लाइन के किनारे से लावारिश हालात में आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने संयुक्त रूप से अपराधिक गतिविधियों पर नजर रखते हुए बागेश्वरी गुमटी और फलगु ब्रिज के पास से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद की है। जिस पर निरंतर नजर रखने की जरूरत है। फिलहाल जो मंगलवार को शराब बरामदगी हुई है, इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल और रेल पुलिस को इसकी गहनता से जांच करना जरूरी है। नहीं तो माफिया चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं।
कार्रवाई की जानकारी देते हुए आरपीएफ पोस्ट प्रभारी निरीक्षक बनारसी यादव ने बताया कि
- बरामद शराब की मात्रा: कुल 21.500 लीटर विदेशी शराब बरामद हुई है, जिसमें:
- HAYWARDS BOLD STRONG BEER 650 एमएल के 25 बोतल (12 + 13 बोतल)
- ROYAL STAG SUPERIOR WHISKY 750 एमएल के 7 पीस
- शराब की कीमत: बरामद शराब की कीमत लगभग ₹9210 आंकी गई है।
कार्रवाई की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए श्री यादव ने बताया कि
- आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने संयुक्त रूप से अपराधिक गतिविधियों पर नजर रखते हुए बागेश्वरी गुमटी और फलगु ब्रिज के पास दो नायलॉन के झोले और एक बैगनी रंग का बैग लावारिस अवस्था में पड़ा पाया।
- तलाशी के दौरान झोलों और बैग में से विदेशी शराब बरामद हुई।
- बरामद शराब को विधिवत जप्त कर जीआरपी थाना गया में अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और जीआरपी थाना गया में कांड संख्या 292/25 दिनांक 07.10.25 अंतर्गत धारा 30(a) बिहार मद्य निषेध उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस कार्रवाई से जो बात सामने आ रही है कि शराब माफिया ट्रेन से शराब लाया करते हैं और रेलवे लाइन के किनारे पर उतार दिया करते हैं। जब रेलवे ट्रैक के आसपास जब आरपीएफ की टीम नजर नहीं आती है तो शराब को ठिकाने लगा दिया जाता है। हालांकि आरपीएफ और जीआरपी ने संयुक्त रूप से अपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण का प्रदर्शन किया है और अवैध शराब की बरामदगी के साथ-साथ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है।