देवब्रत मंडल

इन दिनों गया जी में सबसे ज्यादा चर्चा जिस बात को लेकर चल रही है, वो है अतिक्रमण की। विशेष रूप से केपी रोड की चर्चा सुर्खियों में है। सवाल तीन तरह के हैं। एक यह कि आखिर इस रोड के फुटपाथी दुकानदार जाएं तो जाएं कहां? दूसरा कि आखिर केपी रोड स्थित फुटपाथी दुकानदारों के लिए जो निर्णय और सहमति बनी थी, उस पर क्यों नहीं अमल हुआ? और तीसरा इस रोड पर बने डिवाइडर। गया शहर का केपी रोड अतिक्रमण की चपेट में आज से नहीं दशकों से है। इस रोड के फुटपाथ के दुकानदारों ने सीमा और नगर निगम के साथ हुए करार का उल्लंघन कर दिया था तब जाकर प्रशासन इन्हें हटाने की कार्रवाई की है।
अब जाकर नींद खुली तो जगह मांग रहे हैं
इस सड़क के फुटपाथ दुकानदारों को अब जाकर नींद खुली तो बेरोजगारी की बात सामने आने लगी है। स्वाभाविक है कि बेरोजगार हो चुके हैं लेकिन इस रोड के दुकानदारों ने टाउन वेंडिंग कमेटी का हिस्सा बनना नहीं चाहा। नहीं तो आज इनकी बात भी टीवीसी की बैठक में रखी जाती और समाधान के रास्ते निकल आते। अब जाकर नियमों का हवाला देकर जगह मांग रहे हैं।
केपी रोड के फुटपाथ के दुकानदारों ने जरूरत नहीं महसूस किया
सरकार के निर्देशानुसार टीवीसी का गठन किया गया। जिसमें गयाजी शहर के अलग अलग हिस्से में 11 फुटपाथ के दुकानदारों की अलग अलग कमिटी बनी हुई है लेकिन इसमें केपी रोड के फुटपाथी दुकानदार शामिल नहीं हुए या कह लें शायद जरूरत नहीं महसूस की।
अब मांग रहे जगह, जबकि निगम के साथ यह तय हुआ था
बिरेन्द्र कुमार, महापौर, गया नगर निगम की अध्यक्षता में दिनांक 10.07.2021 को गया नगर निगम के सभाकक्ष में टाउन वेंडिंग कमिटि का आपातकालीन बैठक हुई थी। शहर के सौन्दर्यकिरण एवं के०पी० रोड का चौड़ीकरण हेतु सरकार द्वारा बनाये गये नीति एवं कानून का पालन और फुटपाथी दूकानदार भाईयों के जीवन-यापन संरक्षण एवं भेंडिंग जोन को कार्यान्वित करने के दृष्टिकोण से फुटपाथी दूकानदार भाईयों के भिन्न-भिन्न संगठन के नेताओं एवं के०पी० रोड के प्रमुख फुटपाथ दुकानदारों के साथ महापौर, उप महापौर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त सावन कुमार एवं उप नगर आयुक्त एवं नगर मिशन प्रबंधक तथा स्थानीय वार्ड पार्षद धर्मेन्द्र कुमार, वार्ड पार्षद मो० नैयर अहमद, वार्ड पार्षद अशोक कुमार उपस्थिति थे। अब जब हटाया जा रहा है तो कहीं शरण देने की मांग कर रहे हैं।
सैद्धान्तिक रूप से निम्नलिखित बिन्दुवार निर्णय लिए गए थे
(1) के०पी० रोड के दोनों तरफ आज दिनांक 10.07.2021 तक जो भी बड़ा कारोबार करने वाले हैं। उन्हें रोड के ‘तरफ से पीछे के तरफ चार फीट चौड़ाई में एवं दुकान के बाये एवं दायें तरफ पाँच फीट में रहेंगें। मध्यम एवं छोटे वर्ग के फुटपाथी दूकानदार के लिए आवश्यकतानुसार अपना डलिया, खोमचा रखने का पर्याप्त स्थान दिया जायेगा।
(2) नगर निगम द्वारा अगले एक सप्ताह के अन्दर स्थल का निरीक्षण एवं मापी इत्यादि करते हुए साईज(आकार) का ठेला लगाने, खोमचा लगाने एवं छोटे रोजगार करने वाले जो जहाँ जिस स्थिति में है (विशेष परिस्थिति में बदलाव छोड़कर) उनका नामकरण एवं नम्बरिंग कर स्थान चिन्हित कर दिया जायेगा।
(3) के०पी० रोड से संबंधित कोई भी दुकानदार, मकान मालिक इत्यादि अपने वर्तमान स्वामित्व के अतिरिक्त रोड के किनारे किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं करेंगें, अन्यथा विहार नगरपालिका अधिनियम संशोधित 2021 के तहत अस्थायी अतिक्रमण के अनुसार 5000/- रू एवं स्थायी अतिक्रमण के अनुसार 20,000/-रू तक दंड शुल्क लिया जायेगा।
(4) कोई व्यक्ति यदि उपरोक्त निर्णयानुसार सहयोग नहीं करेंगें, कानूनी कार्रवाई हेतु बाध्य होगी।
(5) इस कार्यों के अनुश्रवस हेतु एक टास्क फोर्स गठन किया जायेगा।
इस आपातकालीन बैठक में लालजी प्रसाद अध्यक्ष, नेशनल हॉकर फेडेरेशन, दिवंगत नेता अमृत प्रसाद, शिवबचन सिंह के अलावा कई दुकानदार आदि शामिल रहे थे।
…और अंत में
इस केपी रोड की चौड़ाई इतनी है कि यदि अतिक्रमण हट जाए और उक्त सहमति और निर्णयों के अनुसार फुटपाथ दुकानें लग भी जाती है तो डिवाइडर तोड़ने की जरूरत नहीं होगी। इस सड़क की चौड़ाई जो सुनने में आती है, वो करीब 75-80 फीट है। चार पांच फीट माइनस कर दें तो 70 फीट सुरक्षित है।
