देवब्रत मंडल

गया रेल थाना के थानेदार ने सोना लूट का कांड अपने बयान पर दर्ज किया था। जब परत दर परत जांच हुई तो थानाध्यक्ष भी शामिल पाए गए और थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया। साथ ही गया रेल थाना के चार सिपाहियों को भी सस्पेंड किया गया है। इसके साथ ही पीसी एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया गया है।
खुद ही केस की और खुद घटना में शामिल पाए गए
एक रिपोर्ट के मुताबिक हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस में कोडरमा-गया के बीच एक करोड़ से अधिक के एक किलो सोना लूट का केस (334/25) गया रेल थानेदार राजेश कुमार सिंह ने खुद के लिखित बयान पर BNS 309(4) दर्ज किया था। जांच में पता चला कि इस घटना में राजेश कुमार सिंह भी शामिल था। उसके बाद राजेश सिंह को निलंबित कर दिया गया।
जानें कौन कौन सिपाही हुए सस्पेंड
साथ ही इस घटना में शामिल गया रेल थाना के चार पुलिसकर्मी करण कुमार, अभिषेक चतुर्वेदी, रंजय कुमार, आनंद मोहन को सस्पेंड कर दिया गया। इन चारों पर गया रेल थाना में लूटपाट करने के साथ पीसी एक्ट की धाराओं के तहत भी केस दर्ज किया गया। लूट की यह वारदात 21 नवंबर को कानपुर के सोना कारोबारी मनोज सोनी के स्टाफ धनंजय शाश्वत के साथ हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस में हुई थी।
अभी और कुछ लोगों पर कार्रवाई की संभावना
घटना होने के बाद खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा ने पटना रेल एसपी को सूचना दी थी। उसके बाद पटना रेल पुलिस के तीन डीएसपी की एसआईटीम बनाई गई। अभी इस मामले में और भी रेल पुलिस के अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है। रेल एसपी ने थानेदार और चारों पुलिसकर्मियों के निलंबित होने की पुष्टि की है।
अपने क्षेत्राधिकार से बाहर चले गए थे सिपाही
सूत्रों के अनुसार, गया रेल पुलिस का क्षेत्राधिकार कोडरमा तक नहीं है। बावजूद इन चारों निलंबित पुलिसकर्मियों के अलावा एक प्रावईट आदमी परवेज आलम और इस रेल थाना के पूर्व चालक सीताराम को किसी ने सूचना दी कि शाश्वत 21 नवंबर को एक किलो सोना लेकर हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस से जनरल बोगी में आ रहा है। उसके बाद ये सभी किसी ट्रेन से गया से कोडरमा पहुंच गए। हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस कोडरमा में रुकी तो सभी सवार हो गए। गया से पहले शाश्वत को ट्रेन से इन सिपाहियों ने उतार लिया फिर मारपीट कर सोना की बिस्किट लूट ली।
